कविता- धरती माँ का करे हर पल वंदन

उत्तराखंड के लोकप्रिय वेब पोर्टल न्यूज टुडे नेटवर्क की ओर से स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आॅनलाइन कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बाल, युवा और वरिष्ठ सभी वर्गों के लोग प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतियोगिता में मेरे प्यारे वतन विषय पर देशभक्ति से ओत.प्रोत स्वरचित कविता लिखकर 20 अगस्त तक भेजनी
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कविता- धरती माँ का करे हर पल वंदन

उत्तराखंड के लोकप्रिय वेब पोर्टल न्यूज टुडे नेटवर्क की ओर से स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आॅनलाइन कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बाल, युवा और वरिष्ठ सभी वर्गों के लोग प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतियोगिता में मेरे प्यारे वतन विषय पर देशभक्ति से ओत.प्रोत स्वरचित कविता लिखकर 20 अगस्त तक भेजनी है। इसके तहत भीलवाड़ा राजस्थान से अनिल कुमार परीक की शानदार कविता पढ़िए-

कविता- धरती माँ का करे हर पल वंदन

ये धरती माँ हम सब की
इसका करे हर पल वंदन।

सर पे लगाके इस माटी को
खुशबु जैसे इसकी चन्दन।

मेरे प्यारे वतन का आओ
मिलकर करे अभिनन्दन।

देशवासियों मिलके जोड़ो
टूटे कभी ना ये बन्धन।

सब कुछ दिया मेरे देश ने
मैं लुटा दु इस पे तन मन।

मेरे प्यारे वतन का आओ
मिलकर करे अभिनन्दन।

मेरी खुशियां मेरी वफ़ा
इस पे अर्पण सारा जीवन।

इस बगिया में फूल करोड़ो
सबसे खिलता ये आँगन।

मेरे प्यारे वतन का आओ
मिलकर करे अभिनंदन।

कविता- धरती माँ का करे हर पल वंदन