हल्द्वानी की बेटी ने लिखा पीएम मोदी और सीएम को खून से रंगा पत्र, पढिय़े आखिर क्यों छलका दर्द

हल्द्वानी-न्यूज टुडे नेटवर्क- प्रदेश की राजधानी देहरादून में बीपीएड व एमपीएड प्रशिक्षित बेरोजगार संगठन लंबे समय से प्राइमरी व इंटर कॉलेजों में नियुक्ति की मांग को लेकर आंदोलन पर बैठे है। लेकिन मांगें पूरी न होने से दुखी होकर आंदोलनकारियों ने अब दूसरा रास्ता अपनाया है। अनशन पर बैठी हल्द्वानी की बीपीएड प्रशिक्षित हंसा ने
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हल्द्वानी की बेटी ने लिखा पीएम मोदी और सीएम को खून से रंगा पत्र, पढिय़े आखिर क्यों छलका दर्द

हल्द्वानी-न्यूज टुडे नेटवर्क- प्रदेश की राजधानी देहरादून में बीपीएड व एमपीएड प्रशिक्षित बेरोजगार संगठन लंबे समय से प्राइमरी व इंटर कॉलेजों में नियुक्ति की मांग को लेकर आंदोलन पर बैठे है। लेकिन मांगें पूरी न होने से दुखी होकर आंदोलनकारियों ने अब दूसरा रास्ता अपनाया है। अनशन पर बैठी हल्द्वानी की बीपीएड प्रशिक्षित हंसा ने शनिवार को अपने खून से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को पत्र लिखा। बताया जा रहा है कि हंसा हल्द्वानी के रामपुर रोड क्षेत्र की रहने वाली है और लंबे समय से बीपीएड व एमपीएड प्रशिक्षित बेरोजगार संगठन जुडक़र नियुक्ति की मांग कर रही है। लेकिन इन सब के बावजूद राज्य सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है।

हल्द्वानी की बेटी ने लिखा पीएम मोदी और सीएम को खून से रंगा पत्र, पढिय़े आखिर क्यों छलका दर्द

हंसा ने लिखा पीएम मोदी को खून से पत्र

बीपीएड व एमपीएड प्रशिक्षित बेरोजगार संगठन नियुक्ति की मांग को लेकर परेड ग्राउंड अनशन पर बैठे है। वह प्राथमिक विद्यालय व प्रत्येक इंटर कॉलेजों में एनसीईआरटी की गाइडलाइन के तहत शारीरिक शिक्षकों की नियुक्तिकी मांग कर रहे है लेकिन अभी तक शासन-प्रशासन ने मांगों को गंभीरता से नहीं लिया। आमरण अनशन कर रही हंसा ने शनिवार को विरोध अपने खून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद नियुक्ति न मिलने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानेंगी तब तक उनका आंदोलन नहीं थमेगा। वही संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश चंद्र पांडे ने कहा कि जरूरत पड़ी तो बेरोजगार एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर सडक़ पर उतरेंगे। इसकी जिम्मेदारी सरकार व शासन की होगी। इस अवसर पर हिमांशु राजपूत, जगदीश चंद्र, आलोक नैथानी, विजय राणा आदि मौजूद

थे।