हल्द्वानी- बायो डायवर्सिटी पार्क की फिनलैण्ड में वाह वाह, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने की इन मामलों पर जमकर तारीफ

हल्द्वानी में स्थित वायोडायवर्सिटी पार्क जिसे जैव विविधता वाले पार्क के नाम से जाना जाता है की अब अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा भी खूब प्रशंसा की जा रही है। जानकारी के अनुसार हल्द्वानी के वायो डायवर्सिटी पार्क की फिनलैण्ड की एक वायो अकेडमी ने खूब प्रशंसा की है। उन्होंने इसे जैव विविधता संरक्षण की ओर से
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हल्द्वानी- बायो डायवर्सिटी पार्क की फिनलैण्ड में वाह वाह, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने की इन मामलों पर जमकर तारीफ

हल्द्वानी में स्थित वायोडायवर्सिटी पार्क जिसे जैव विविधता वाले पार्क के नाम से जाना जाता है की अब अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा भी खूब प्रशंसा की जा रही है। जानकारी के अनुसार हल्द्वानी के वायो डायवर्सिटी पार्क की फिनलैण्ड की एक वायो अकेडमी ने खूब प्रशंसा की है। उन्होंने इसे जैव विविधता संरक्षण की ओर से बहुत महत्वपूर्ण बताया है। दरअसल फिनलैण्ड के एक सम्मानित संस्थान ने फेसबुक पर पोस्ट कर बताया की संजीव चतुर्वेदी ने जो की वन अनुसंधान केंद्र के संरक्षक है। ने इस पार्क को बना कर काफी प्रशंसनीय का कार्य किया है।

हल्द्वानी- बायो डायवर्सिटी पार्क की फिनलैण्ड में वाह वाह, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने की इन मामलों पर जमकर तारीफ

उनके इस प्रयास से जैव विविधता के संरक्षण और टिकाऊ विकास की अवधारणा को बल मिला है। जानकारी के अनुसार वायोडायवर्सिटी नामक इस पार्क में अब सभी प्रकार की वनस्पतियों पर रिसर्च किया जाएगा और लगभग पांच सौ प्रजातियों का दीदार भी होगा जिसमें तरह-तरह वनस्पतियां शामिल होंगी। बता दें कि पार्क में अलग-अलग तरह की मिट्टी के सैंपल रखे गए है और लोगों को वनस्पति संसार की जानकारी देने के लिए एक पार्क में म्यूजियम की भी व्यवस्था की गई है। बायोडायवर्सिटी पार्क में कई प्रकार की प्रजातियां मौजूद है। पार्क में वृक्ष व झाड़ी की करीब 130 प्रजातियां है इसके साथ ही कैक्टस 150 प्रजातियां है। और आर्किट की 12 प्रजाति, बांस की 25 प्रजातिए पॉम 60 प्रजातिए जलीय वनस्पति 25 प्रजााति में उपस्थित है। और मेडिकल गुण की 40 प्रजाति यहां पर है। पार्क में 45 थीम पर आधारित प्रजाति मौजूद है। यह पार्क लगभग 18 एकड़ में फैला है और उत्तराखंउ में यह सबसे बड़ा पार्क है।