हल्द्वानी- स्नूकर में हल्द्वानी के जतिन और अक्षत ने जमाया रंग, दोनों वर्गो में खिताब जीतकर बढ़ाया देवभूमि का मान

हल्द्वानी-देवभूमि में एक के बाद एक प्रतिभाएं सामने आ रही हैं। फिल्म जगत हो या फिर खेल का मैदान, सेना हो या फिर देश के बड़े से बड़े पदों पर आज उत्तराखंड के लोगों ने अपने प्रदेश के साथ-साथ देश का नाम रोशन किया है। विगत सालों से खेलों में उत्तराखंड की कई प्रतिभाएं उभरकर
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हल्द्वानी- स्नूकर में हल्द्वानी के जतिन और अक्षत ने जमाया रंग, दोनों वर्गो में खिताब जीतकर बढ़ाया देवभूमि का मान

हल्द्वानी-देवभूमि में एक के बाद एक प्रतिभाएं सामने आ रही हैं। फिल्म जगत हो या फिर खेल का मैदान, सेना हो या फिर देश के बड़े से बड़े पदों पर आज उत्तराखंड के लोगों ने अपने प्रदेश के साथ-साथ देश का नाम रोशन किया है। विगत सालों से खेलों में उत्तराखंड की कई प्रतिभाएं उभरकर सामने आयी है। जिन्होंने स्टेट लेबल के साथ ही नेशनल लेबल पर भी अपनी प्रतिभा का डंका बजाया है। उन्हीं में दो ऐसे नाम आज लोगों की जुबां पर है, जिनके खेल की आज हर कोई तारीफ कर है। वो दो नाम है हल्द्वानी के जतिन और अक्षत का। जिन्होंने स्नूकर में अपना डंका बजाया है।

देवभूमि बिलियर्ड एंड स्नूकर एसोसिएशन द्वारा आयोजित 7वां उत्तराखंड राज्य स्तरीय सनूकर प्रतियोगिता में हल्द्वानी के खिलाडिय़ो ने अपना डंका बजाया। हल्द्वानी पीलीकोठी निवासी जतिन रावत ने सीनियिर वर्ग मेें प्रथम व कठघरिया निवासी अक्षत गुसांई ने द्वितीय स्थान पर अपना कब्जा जमाया। वहीं जूनियर वर्ग में अक्षत गुसांई ने पहले स्थान कब्जा जमाते हुए देहरादून के रितिक भारती को दूसरे स्थान पर धकेल दिया। दोनों वर्ग में हल्द्वानी के खिलाडिय़ों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनावाया।

हल्द्वानी- स्नूकर में हल्द्वानी के जतिन और अक्षत ने जमाया रंग, दोनों वर्गो में खिताब जीतकर बढ़ाया देवभूमि का मान

सीनियर वर्ग में विजये रहे, जतिन रावत मूलरूप से हल्द्वानी के पीलीकोठी निवासी है। उनके पिता जितेन्द्र सिंह रावत रिटायर्ड कर्मचारी है जबकि माता कुसुमलता गृहणी है। जतिन बताया कि लगातार दूसरी बाार उन्होंने यह खिताब अपने नाम किया। उन्होंने स्नूकर की शुरूआत वर्ष 2008 से की। उनकी सफलता पर परिजनों में खुशी का माहौल है। वही जूनियर वर्ग में विजयी रहे अक्षत गुसांई हल्द्वानी के कठघरिया पनियाली निवासी है। अक्षत से जूनियर वर्ग में पहली बार स्नूकर का खिताब जीता। वही सीनियर वर्ग में भी द्वितीय स्थान पर रहते हुए अपनी प्रतिभा का डंका बजाया। उन्होंने वर्ष 2016 में स्नूकर की शुरूआत की। उनके पिता संजीव गुसांई आर्मी से रिटायर्ड है, जबकि माता गीता गुसांई गृहणी है। बेटे की सफलता पर माता-पिता को गर्व है।

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वहीं क्यू स्र्पोट्स अकादमी के निदेशक निहार अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी नेशनल स्तर पर क्वालीफाई करने वाले खिलाड़ी हल्द्वानी के है। जतिन और अक्षत दोनों ही क्यू स्र्पोट्स अकादमी में टे्रनिंग ले रहे है। निहार अग्रवाल ने बताया कि दोनों ही खिलाडिय़ों की तरह कई प्रतिभावान खिलाड़ी उनकी अकादमी में है। अकादमी लगातार प्रतिभावानों को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि अकादमी में विश्व स्तरीय सुविधा होने से स्नूकर में उत्तराखंड का उज्जवल भविष्य नजर आता है। उन्होंने दोनों खिलाडिय़ों के उज्जवल भविष्य की कामना की।