हल्द्वानी-पहली बार उत्तराखंड की संस्कृति पर बना ये रैप गीत, यू ट्यूब पर छाया अल्मोड़ा का छोरा

हल्द्वानी-न्यूज टुडे नेटवर्क-(जीवन राज)- इन दिनों एक गीत ने उत्तराखंड ही नहीं पूरे हिदुस्तान में धूम मचा रखी है। यह पहला गीत है जिसमें उत्तराखंड की संस्कृति से लेकर सुंदरता, रीति-रिवाज और खान-पान का हिन्दी के शब्दों से तुकबंदी कर जोड़ा गया है। जिससे यह गीत पूरे इंडिया का समझ आता है। इस गीत को
 | 
हल्द्वानी-पहली बार उत्तराखंड की संस्कृति पर बना ये रैप गीत, यू ट्यूब पर छाया अल्मोड़ा का छोरा

हल्द्वानी-न्यूज टुडे नेटवर्क-(जीवन राज)- इन दिनों एक गीत ने उत्तराखंड ही नहीं पूरे हिदुस्तान में धूम मचा रखी है। यह पहला गीत है जिसमें उत्तराखंड की संस्कृति से लेकर सुंदरता, रीति-रिवाज और खान-पान का हिन्दी के शब्दों से तुकबंदी कर जोड़ा गया है। जिससे यह गीत पूरे इंडिया का समझ आता है। इस गीत को गाया है अजय सुयाल (यूके बॉय सुयाल) ने। जो आजकल हर युवा की जुबां पर है। इस गीत को रैप के माध्यम से खास बनाया गया है। इस रैप गीत ने एक बार फिर पर्यटकों को उत्तराखंड की ओर रिझाने का काम किया है। यू-ट्यूब पर यह गीत 13 अप्रैल को द माउंटेन म्यूजिक चैनल से रिलीज हुआ है। अभी तक इस गीत को 160440 व्यूज मिल चुके है। लोगों के इस गीत को लोड के सोशल मीडिया के कई गु्रपों में शेयर कर दिया है। सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा इस गीत की चर्चा हो रही है। जी हां यह गीत है एक बार आके देख मेरे यूके में।

पहले प्रयास पर अजय सुयाल को मिली सफलता

अल्मोड़ा के पनुवानौला के रहने वाले अजय सुयाल उर्फ यूके बॉय सुयाल ने इस गीत को लिखा और गाया है। गायकी के क्षेत्र में उनका यह पहला प्रयास है। अपने पहले ही प्रयास में मिली सफलता से यूके बॉय काफी खुश है। हालांकि इससे पहले उन्होंने कई हिन्दी गीतों को विवेक सुयाल के साथ पहाड़ी में गाकर लोगों के बीच रखा लेकिन इस रैप के साथ उन्होंने पहाड़ी और हिन्दी शब्दों की तुकबंदी कर पूरे इंडिया पर धमाल मचा दिया। इस गीत को लेकर सबसे ज्यादा क्रेज युवाओंं में देखने को मिल रहा है। न्यूज टुडे नेटवर्क से खास बातचीत में वह इंजीनियरिंग के छात्र रहे है। इंजीनियरिंग के दौरान वह खूब रैप गाने सुनते थे। उन्हें 11वीं क्लास से रैप गाने सुनने का शौक चढ़ा। वर्ष 2013 में उन्होंने गीत लिखने शुरू किये। अब एक बार आके देख मेरे यूके में गीत ने धमाल मचा दिया है।

हल्द्वानी-पहली बार उत्तराखंड की संस्कृति पर बना ये रैप गीत, यू ट्यूब पर छाया अल्मोड़ा का छोरा हल्द्वानी-पहली बार उत्तराखंड की संस्कृति पर बना ये रैप गीत, यू ट्यूब पर छाया अल्मोड़ा का छोरा

झोली, डोली और मडुवे की रोटी रैप में शामिल

सुयाल ने बताया कि उन्होंने रैप साग्स की तह तक जाकर उसके बारे में बारीकी से अध्ययन किया। रैप गीतों में सच्चाई को सामने लाया जाता है यहीं काम मैंने उत्तराखंड की सच्चाई को आगे लाने में किया। इस गीत में वीडियोग्राफी का काम किया है सुयाल और उनके बचपन के दोस्त विशाल वर्मा दून बाइकर्स ने महत्तवपूर्ण भूमिका निभाई है। विशाल देहरादून से बीटेक किया है। अब गाने के माध्यम से दोनों ने दुनियां को कुछ नया करके दिखाया है। मिक्सिंग का काम लक्ष्य परिहार ने किया है। यह अब तक का सबसे बड़ा उत्तराखंडी गीत बन चुका है। इस गीत में सुयाल ने कड़ी चावल (झोली), दुल्हन के लिए डोली, मडवे की रोटी, पहाड़ की सच्चाई, मेहनत, हर घर से फौजी, देशसेवा के लिए बलिदान ये पहाड़ी के रग-रग में बसा है। इसके अलावा बॉलीवुड सिंगर नेहा कक्कड़, जुबिन नौटियाल, अभिनेत्री उर्वशी रौतेला, अनुष्का शर्मा और महेन्द्र सिंह धोनी, ऋषभ पंत और महिला क्रिकेटर एकता बिष्ट यहां की आन, बान, शान है। जिस तरह से उत्तराखंड के हर चीज को इस छोटे से गीत में स्थान दिया है वह काबिलेतारीफ है। केवल तीन लोगों ने मिलकर यह गीत तैयार किया है।