हल्द्वानी- बेरोजगारी का सहारा बनी थी दुकान, ऐसे धूं-धूं जलकर हुई खाक

हल्द्वानी-देर रात जीतपुर नेगी में एक परचून की दुकान जलकर राख हो गई। हादसे में लाखों का सामान जल का स्वाहा हो गया। दुकान जलने की सूचना दुकान स्वामी शेखर आर्या को दुकान के पास रहने वाले लोगों ने दी। सूचना पुलिस को भी दी गई। देर रात फायर बिग्रेड को भी सूचित किया गया।
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हल्द्वानी- बेरोजगारी का सहारा बनी थी दुकान, ऐसे धूं-धूं जलकर हुई खाक

हल्द्वानी-देर रात जीतपुर नेगी में एक परचून की दुकान जलकर राख हो गई। हादसे में लाखों का सामान जल का स्वाहा हो गया। दुकान जलने की सूचना दुकान स्वामी शेखर आर्या को दुकान के पास रहने वाले लोगों ने दी। सूचना पुलिस को भी दी गई। देर रात फायर बिग्रेड को भी सूचित किया गया। सूचना पर पहुंची फायर बिग्रेड ने आग पर काबू पाया लेकिन तब तक पूरी दुकान जलकर राख हो चुकी थी। बताया जा रहा है कि दुकान में रखे फ्रीज में शॉर्ट सर्किट के चलते ये हादसा हुआ है।

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रामपुर रोड जीतपुर नेगी में स्थित शेखर आर्या पुत्र सुंदर राम की परचून की दुकान में देर रात अचानक आग लग गई। हादसे की जानकारी दुकान के आसपास रहने वाले लोगों ने शेखर के घर बैड़ा पोखरा जाकर उन्हें दी। दुकानस्वामी शेखर के अनुसार हर दिन की तरह वह शाम को दुकान बंद कर अपने घर चले गये। देर रात करीब 2 बजे अचानक उनकी दुकान में आग लग गई। आग लगने की भनक आसपास रहने वाले पड़ोसियों को लगी तो उन्होंने आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग और भडक़ गई। पड़ोसी ने दुकान स्वामी शेखर को फोन पर सूचना देनी चाही लेकिन उनका फोन नहीं लगा। बाद में दो लोग उनके घर पहुंचे और उन्हें दुकान जलने की सूचना दी।

दुकान में आग लगने की खबर सुनकर शेखर के पैरों तले जमीन खिसक गई। इसके बाद शेखर और उनका भतीजा दुकान की ओर दौड़े। आग लगने की सूचना फायर बिग्रेड को दी गई। दुकान टिनशेड में बनी होने के कारण आग तेजी से भडक़ गई। फायर बिग्रेड के पहुंचने तक पूरी दुकान जलकर राख हो गई। सूचना पर टीपी नगर पुलिस भी मौके पर पहुंची। दुकान स्वामी शेखर ने बताया कि तीन दिन पहले ही वह सामान लेकर आये थे। दुकान में रखा कुल 20 हजार की नकदी थी, जिसमें तीन बिजली के बिल आज भरने के लिए रखे थे और एक बिल भाई का था, दूसरा उनके घर का और तीसरा बिल दुकान पर उनके नाम का था। इसके अलावा दुकान में रखा फ्रिज, पंखा समेत खाने का सामान पूरा जलकर राख हो गया। वही उन्होंने बताया कि करीब तीन लाख का सामान जलकर राख हो गया। आग लगने का कारण शॉट सर्किट बताया जा रहा है।

बेरोजगारी में सहारा बनी थी दुकान

दुकान स्वामी शेखर ने बताया कि शिक्षित होने के बावजूद कही नौकरी नहीं मिली तो उन्होंने दुकान डाली। जिससे वह अपनी रोजी रोटी चला सकें। बस दुकान के सहारे ही उनके परिवार का भरण-पोषण चल रहा था। लेकिन पूरी दुकान जल जाने के बाद उनके ऊपर रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में सुबह जली हुई दुकान को शेखर निहारते रहे। दुकान को देखकर उनके आंसू छलक उठे। आसपास के लोगों ने उन्हें ढाढ़स बंधाया।