हल्द्वानी-तीन लाख के पार पहुंचा गीत लगान्दी गढ़वाली गीत, दर्शकों को पसंद आयी मॉडर्न घस्येरी

हल्द्वानी- लॉकडाउन के दौरान एक से बढक़र एक उत्तराखंडी गीत रिलीज हो रहे है। ऐसे में कई कलाकारों ने अपना हुनर दिखाया है और कई अपना हुनर तराश रहे है। देहरादून निवासी लोकगायक अभिनव रावत का गीत गीत लगान्दी को यूट्यूब पर रिलीज हुआ है जोकि काफी पसंद किया जा रहा है। इस गीत में
 | 
हल्द्वानी-तीन लाख के पार पहुंचा गीत लगान्दी गढ़वाली गीत, दर्शकों को पसंद आयी मॉडर्न घस्येरी

हल्द्वानी- लॉकडाउन के दौरान एक से बढक़र एक उत्तराखंडी गीत रिलीज हो रहे है। ऐसे में कई कलाकारों ने अपना हुनर दिखाया है और कई अपना हुनर तराश रहे है। देहरादून निवासी लोकगायक अभिनव रावत का गीत गीत लगान्दी को यूट्यूब पर रिलीज हुआ है जोकि काफी पसंद किया जा रहा है। इस गीत में गुंजन डंगवाल ने म्यूजिक दिया है जबकि रोहित दुक्लान और रविंद्र रावत ने इस गीत को लिखा है। यह गीत 24 जुलाई को रिलीज हुआ है। अभिनव रावत और उनकी टीम के इस गाने को काफी पसंद किया जा रहा है। अभी तक इस गीत को यू-ट्यूब पर तीन लाख से ऊपर व्यूज मिल चुके है।

हल्द्वानी-तीन लाख के पार पहुंचा गीत लगान्दी गढ़वाली गीत, दर्शकों को पसंद आयी मॉडर्न घस्येरी
हल्द्वानी-(बड़ी खबर)-कोरोना पॉजिटिव प्रतिष्ठित होटल स्वामी की मौत, शोक में डूबा हल्द्वानी

पहाड़ में अधिकांशत: लोग रोजगार की तलाश में शहरों की तरफ रुख करते हैं और घर की जिम्मेदारी महिलाओं के ऊपर आ जाती है। जो घर भी संभालती हैं और पहाड़ के जीवन को भी जीवित रखती हैं। सुबह ही चूल्हा चौका करके निकल पड़ती हैं जंगल की तरफ , जो ईंधन और चारे का मुख्य स्रोत है लेकिन जंगल का जीवन इतना आसान नहीं है जितना लोग इसे ट्रैकिंग करके दिखा देते हैं। घास काटती ये घस्येरी और उनके कंठ से निकलते गीतों की ध्वनि चरवाहों या राहगीरों को दूर से ही खींच लाती है। इससे उनका मनोरंजन भी होता है और उत्तराखंड की जो संस्कृति कहीं जीवित बची है उसको भी जीवित रखती हैं।

हल्द्वानी-रात दो बजे कैंसर अस्पताल में घुसा कोबरा, मरीजों ने ऐसे बचाई अपनी जान

उत्तराखंड को देवभूमि ऐसे ही नहीं कहा गया है। हर रीति-रिवाज, हर कार्य का कोई विशेष महत्व होता है, इसका मान सदैव ही पहाड़ की नारियों ने बढ़ाया है। ऐसी कर्मठ और साहसी नारी शायद ही विश्व में कहीं हो। विषम परिस्थतियों का कैसे डटकर मुकाबला किया जाता है ये पहाड़ की नारी से सीखने को मिलता है। ऐसी ही झलकियां दिखलाता वीडियो गीत लगान्दी यूट्यूब पर रिलीज हुआ है। जिसे लोकगायक अभिनव रावत ने गाया है। लोगायकी में आने से पहले अभिनव रावत शेफ की नौकरी किया करते थे, लेकिन अपने हुनर को तराशने के लिए उन्होंने शेफ की नौकरी छोडक़र लोकगायकी में कदम रखा और अपना गाना रिलीज किया।