हल्द्वानी- इस पुस्तकालय में मिलता है किताबों का संसार, Offline और Online ऐसे उठायें शिक्षा का लाभ

हल्द्वानी में इन दिनों अपने अनोखे विचार से एक युवक ने छात्रों के शिक्षा के...
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हल्द्वानी- इस पुस्तकालय में मिलता है किताबों का संसार, Offline और Online ऐसे उठायें शिक्षा का लाभ

हल्द्वानी में इन दिनों अपने अनोखे विचार से एक युवक ने छात्रों के शिक्षा के रास्ते को आसान कर दिया है। पीलीकोठी निवासी अर्जुन बिष्ट ने सिटी लाइब्रेरी की शुरूआत की है। 70 लोगो की बैठने की क्षमता वाली ये लाइब्रेरी छात्रों की पहली पंसद बनती जा रही हैं इसका कारण है यहां के स्टॉक में रखी गई किताबें। सिटी लाइब्रेरी ऑफलाइन के साथ ही ऑनलाइन भी छात्रों को पढ़ाई के अवसर प्रदान कर रही है।

हल्द्वानी- इस पुस्तकालय में मिलता है किताबों का संसार, Offline और Online ऐसे उठायें शिक्षा का लाभ

लाइब्रेरी के संचालक अर्जुन की माने तो वे अपने फेसबुक पेज और यूट्यूब चैनल के माध्यम से लोगों में सकारात्मक संदेश ले जाने का प्रयास कर रहे है। लॉकडाउन में सिटी लाइब्रेरी की ओर से संचालित किए जा रहे मोटिवेशन व्याख्यान, सेल्फ स्टडी टिप्स के सेमीनार युवाओं को खूब भा रहे है। मौजूदा समय में 15700 किताबें लाइब्रेरी में पाठकों के लिए मौजूद है। जिनमें धार्मिक, फिलोस्पी, हिंदी- अंग्रेजी लिट्रेचर, फिक्शन, नॉन-फिक्शन, नोवल आदी शामिल है।

देशभर से जुड़े 200 एजुकेटर

अर्जुन ने बताया कि 17 अप्रैल 2020 से शुरु संस्था ने लॉकडाउन के 50 दिनों के दौरान हर रोज शाम चार से पांच बजे तक अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञों के व्याख्यान कराए। जिसमें करियर व्याख्यान, मोटिवेशन, स्वरोजगार, आयुर्वेद, जीवन कौशल, सेल्फ स्टडी टेक्निक्स, पलायन, पहाड़ में जीविका के साधन, इंग्लिश लैंग्वेज टीचिंग, पेरेंटिंग, टीचिंग मेथोडोलॉजी आदि विषय शामिल है। उन्होंने बताया कि सिटी लाइब्रेरी से जुड़ने वाले छात्रों को जानकारी देने के लिए उनकी संस्था से देशभर के 200 एजुकेटर अभी तक जुड़ चुके है, जो कि ऑनलाइन सेमिनार के माध्यम से छात्रों को अलग-अलग विषयों पर जानकारी उपलब्द कराते है।

हल्द्वानी- इस पुस्तकालय में मिलता है किताबों का संसार, Offline और Online ऐसे उठायें शिक्षा का लाभ

महिलाओ को दे रहे रोजगार

सिटी लाइब्रेरी संस्था प्रदेश की महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए भी कार्य कर रही है। अर्जुन बिष्ट के अनुसार वह महिला मंगल दल, वैष्णवी महिला समूह व अन्य महिला संस्थाओं के साथ मिलकर महिलाओं को रोजगार से जोड़ रहे है, लॉकडाउन के दौरान उन्होंने 37 महिलाओं को अभीतक रोजगार दिया है।