हल्द्वानी-मानव का जन्म सिर्फ एक बार ही नहीं होता, डा.पाल के ऐसे प्रवचन सुन बज उठी तालियां

हल्द्वानी-भीमताल के ओशो ओम आश्रम में स्वामी शून्यम के जन्मदिन के अवसर पर डा. अजय पाल सिंह कि मानव का जन्म सिर्फ एक बार ही नहीं होता है। जब-जब वह कोई नया ज्ञान लेता है, तब-तब उसको नया जीवन मिलता है। उनके प्रवचन सुनकर ओशो ओम पीठ भीमताल के स्वामी शून्यम प्रकाश भी बिना ताली
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हल्द्वानी-मानव का जन्म सिर्फ एक बार ही नहीं होता, डा.पाल के ऐसे प्रवचन सुन बज उठी तालियां

हल्द्वानी-भीमताल के ओशो ओम आश्रम में स्वामी शून्यम के जन्मदिन के अवसर पर डा. अजय पाल सिंह कि मानव का जन्म सिर्फ एक बार ही नहीं होता है। जब-जब वह कोई नया ज्ञान लेता है, तब-तब उसको नया जीवन मिलता है। उनके प्रवचन सुनकर ओशो ओम पीठ भीमताल के स्वामी शून्यम प्रकाश भी बिना ताली बजाए नहीं रह पाए।

हल्द्वानी-मानव का जन्म सिर्फ एक बार ही नहीं होता, डा.पाल के ऐसे प्रवचन सुन बज उठी तालियां

डा. पाल ने कहा कि शिशु के रूप मे जब एक बालिका जन्म लेती है तो उसका यह पहला जन्म होता है। शादी के समय उसे नए जीवन शुरू करने की बधाई दी जाती है। इसके बाद जब वह अपार प्रसव पीड़ा सहन करने के बाद नए शिशु को जन्म देती है तो वह नए शिशु के साथ उसका भी नया जन्म मन जाता है। उन्होंने कहा कि इसी तरह से मानव जब कोई नया ज्ञान लेता है तो उसको ऐसा लगता है कि उसका नया जन्म हुआ है।

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