हल्द्वानी-अब गायिका मैथिली ठाकुर ने दी गढ़वाली गाने में आवाज, सोशल मीडिया पर वायरल

हल्द्वानी– एक बार फिर गायिका मैथिली ठाकुर ने कुमाऊंनी गाने के बाद गढ़वाली मंगल गीत को आवाज दी है। जिससे लोग खूब पसंद कर रहे है। मैथिली का गाया यह लोक मंगल गीत इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह गढ़वाल में वैवाहिक रस्म में हल्दी हाथ के दौरान मांगल गीत को गाने
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हल्द्वानी-अब गायिका मैथिली ठाकुर ने दी गढ़वाली गाने में आवाज, सोशल मीडिया पर वायरल

हल्द्वानी– एक बार फिर गायिका मैथिली ठाकुर ने कुमाऊंनी गाने के बाद गढ़वाली मंगल गीत को आवाज दी है। जिससे लोग खूब पसंद कर रहे है। मैथिली का गाया यह लोक मंगल गीत इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह गढ़वाल में वैवाहिक रस्म में हल्दी हाथ के दौरान मांगल गीत को गाने की पुरानी परंपरा रही है। इस मांगल गीत में कन्या दान को सभी दानों में श्रेष्ठ और अनूठा दान माना गया है। इससे पहले उन्होंने सुर सम्राट गोपाल बाबू गोस्वामी जी का सुवा रे सुवा को गाकर खूब वाहवाही लूटी।

अब उन्होंने गढ़वाली मंगल गीत को आवाज को देकर अपने यूट्यूब चैनल पर इस गीत के वीडियो को रिलीज किया है। इस वीडियो में मैथिली हारमोनियम पर स्वयं संगीत देने के साथ इस मांगल गीत को गा रही हैं। जबकि उनके भाई ऋषभ व अयाची भी वाद्य यंत्रों पर संगत दे रहे हैं। मैथिली का हल्दी हाथ गढ़वाली लोक गीत दे द्यावा बाबाजी, गौ कन्या दान हे। मैथिली के इस गीत को फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप आदि इंटरनेट माध्यमों पर खूब शेयर और पसंद किया जा रहा है।

यह गीत पारंपरिक लोक गीत है, जिसे मांगल शैली में कई दशकों से गाया जाता रहा है। गीत बेहद ही भावुक है जो बेटी की ओर से अपने माता-पिता, भाई-भाभी और चाचा-ताऊ व अन्य सगे संबंधियों के लिए समर्पित है। गीत के माध्यम से बेटी कहती है कि हीरा, मोती, अन्न, धन और भूमि का दान तो सभी कर सकते हैंमगर कन्या के दानफल किसी पुण्य के भागी को ही मिलता है। मैथिली द्वारा गाये इस गीत को लोगों ने जमकर सराहना की।