हल्द्वानी-(शर्मनाक)- सूदखोरों का आतंक जारी, रकम चुकाने के बावजूद मां-बेटी का कर दिया ये हाल

Haldwani News- सूदखोरों का आतंक कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। पूरे हल्द्वानी शहर सूदखोरों से भरा हुआ है। लेकिन सूदखोरों ने अब अपनी हदें पार करनी शुरू कर दी गई। मामला भोटिया पड़ाव चौकी क्षेत्र का है। जहां एक मां-बेटी को सूदखोरों ने पहले पीटा और उसके बाद कुत्तों से कटवा
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हल्द्वानी-(शर्मनाक)- सूदखोरों का आतंक जारी, रकम चुकाने के बावजूद मां-बेटी का कर दिया ये हाल

Haldwani News- सूदखोरों का आतंक कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। पूरे हल्द्वानी शहर सूदखोरों से भरा हुआ है। लेकिन सूदखोरों ने अब अपनी हदें पार करनी शुरू कर दी गई। मामला भोटिया पड़ाव चौकी क्षेत्र का है। जहां एक मां-बेटी को सूदखोरों ने पहले पीटा और उसके बाद कुत्तों से कटवा दिया। डरी-सहमी मां-बेटी भोटिया पड़ाव चौकी पहुंची। जहां उन्होंने सूदखोरों के खिलाफ लिखित शिकायत दी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

हल्द्वानी-(शर्मनाक)- सूदखोरों का आतंक जारी, रकम चुकाने के बावजूद मां-बेटी का कर दिया ये हाल

आवास विकास निवासी रजनी गौतम के अनुसार करीब चार माह पहले उसने ब्याज पर रुपये देने वाली महिला से 50 हजार रुपये कर्ज लिया था। इसके दो माह में ही उसे सूद समेत वापस दिये। लेकिन इसके बाद सूदखोर महिला दो लाख रुपये की मांग करने लगी। विगत 21 अक्टूबर को वह रजनी वैलेजली लॉल स्थित अपने मायके गई थी। इसके बाद सूदखोर महिला वहां अपने दो बेटों और भाई के साथ पहुंची। साथ में दो कुत्ते भी लायी थी। पहले चारों ने मां-बेटी को बेरहमी से पीट। उसके ाबद कुत्तों से कटवा दिया। रजनी की शिकायत पर पुलिस ने शिकायत दर्ज कर भोटिया पड़ाव पुलिस को जांच के लिए सौंप दी।

लंबे समय से हल्द्वानी शहर में सूदखोरों का आतंक फैला हुआ है। सूदखोरों ने कई गरीबों के मकान तक बिकवा दिये है। सबसे ज्यादा सूदखोर राजपुरा में फैले है। लंबे समय से राजपुरा सूदखोरों का गढ़ बना हुआ है। यहां भी कई लोग सूदखोरों के जाल में फंसे हुए है। अपने ब्याज के लालच में इन सूदखोरों ने लोगों के जेवर व घर तक बिकवा दिये है। वहीं इन सूदखोरों ने बरेली और मुरादाबाद से अन्य सूदखोरों को अपने साथ लिया है। उनसे रुपये लेने मोटे ब्याज पर यह शहर भर के गरीब लोगों को अपने जाल में फंसा रहे है। राजपुरा में 13 तारीख, 14 तारीख और 16 तारीखों में यूपी से बड़े सूदखोरों के एजेंट अपनी किस्त रह माह लेने आते है। लेकिन पुलिस प्रशासन इन सूदखारों पर लगाम लगाने में नामाक साबित हुआ है।