हल्द्वानी-आरजे पुष्पेश ने सिखाये रेडियो व वॉइस ओवर के गुर, फिल्म एक्टिंग को लेकर बच्चों में दिखा क्रेज

हल्द्वानी- शिवाया फिल्म प्रोडक्शन के बैनर तले चल रहे 21 दिवसीय फिल्म एक्टिंग कार्यशाला के छठे दिन रेडियो जॉकी, एक्टर, वाइस ओवर, राइटर पुष्पेश पंत कार्यशाला में बच्चों को रेडियो, रंगमंच, विज्ञापन, लेखन आदि के गुर सिखाये। शिवाया फिल्म प्रोडक्शन की अनु नागर ने बताया कि पुष्पेश पंत की जन्मभूमि हल्द्वानी है, उनका बचपन से
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हल्द्वानी-आरजे पुष्पेश ने सिखाये रेडियो व वॉइस ओवर के गुर, फिल्म एक्टिंग को लेकर बच्चों में दिखा क्रेज

हल्द्वानी- शिवाया फिल्म प्रोडक्शन के बैनर तले चल रहे 21 दिवसीय फिल्म एक्टिंग कार्यशाला के छठे दिन रेडियो जॉकी, एक्टर, वाइस ओवर, राइटर पुष्पेश पंत कार्यशाला में बच्चों को रेडियो, रंगमंच, विज्ञापन, लेखन आदि के गुर सिखाये। शिवाया फिल्म प्रोडक्शन की अनु नागर ने बताया कि पुष्पेश पंत की जन्मभूमि हल्द्वानी है, उनका बचपन से रंगमंच से जुड़ाव था। इसके अलावा शिवाया फिल्म प्रोडक्शन की अनु नागर ने बताया कि पुष्पेश पंत की जन्मभूमि उत्तराखंड, हल्द्वानी बचपन से रंगमंच से जुड़ाव था। इसलिए दिल्ली से रंगमंच का सफर शुरू कर, वहां से मासकॉम पास किया। फिर बिगएफ से creative राइटर से career की शुरुआत की। इसके बाद BAG फ़िल्म्ज़ में content producer काम किया। silsila चलता रहा। इसके बाद वone97 communication ke saath कांटेंट producer और voice over artist ka kaam kiya , phir दिल्ली छोडक़र हैदराबाद गए। वहा आकाशवाणी हैदराबाद में RJ का काम किया। वही एक मल्टीनेशनल कम्पनी में कॉंटेंट हेड के तौर पर जुड़े रहे। fm के साथ भी RJ के रूप में काम किया और हैदराबाद रंगमंच में एक प्रसिद्ध नाम है

हल्द्वानी-आरजे पुष्पेश ने सिखाये रेडियो व वॉइस ओवर के गुर, फिल्म एक्टिंग को लेकर बच्चों में दिखा क्रेज हल्द्वानी-आरजे पुष्पेश ने सिखाये रेडियो व वॉइस ओवर के गुर, फिल्म एक्टिंग को लेकर बच्चों में दिखा क्रेज
बच्चों को दिये टिप्स

इस मौके पर कार्यशाला में पुष्पेश पंत ने कहा किस तरह आप भावों को समझकर खुद के दिल की बात दूसरों को समझाते हैं। किस तरह आसपास की जिंदगी को अनुभव करते हैं। और किस तरह खट्टे-मीठे अनुभवों को कहानी के रूप में कैसे लिखा जाता है और कैसे कहा जाता है। उन्होंने कहा कि अच्छा कहने के लिए, बोलने के लिए अच्छा पढऩा और खूब सारा सुनना बेहद जरुरी है। कार्यशाला में मुख्य रूप से D से ड्रामा थियेटर सोसायटी के आकाश नेगी, चारु तिवारी, संभू दत्त साहिल, कमल सनवाल, हरीश पांडे, पवन कार्की, राहुल सोनकर, डा. नीरज वाष्णेय, ऋषभ, सिद्धी, खुशी, रीता, साहिल, प्रकाश, नितिन, एंजल, ऐश्वर्य, कुबेर, आरव, परी, मानसी, प्रताप बिष्ट, महेंद्र नागर आदि मौजूद थे।
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