हल्द्वानी-रामपुर रोड पर पिकअप ने मातम में बदली बारात, खुशियों के बीच मची चीख-पुकार

हल्द्वानी-देर रात रामपुर रोड में एक पिकअप चालक ने एक बारात को मातम में बदल दिया। रामपुर रोड पर बैंड बाजे की धुन में बारातियों का जश्न चल रहा था। अचानक पलक झपकते ही जश्न को एक पिकअप मातम में बदल गई। नाच-गाने और जश्न की जगह चीख पुकार और घायल सडक़ पर पड़े थे।
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हल्द्वानी-रामपुर रोड पर पिकअप ने मातम में बदली बारात, खुशियों के बीच मची चीख-पुकार

हल्द्वानी-देर रात रामपुर रोड में एक पिकअप चालक ने एक बारात को मातम में बदल दिया। रामपुर रोड पर बैंड बाजे की धुन में बारातियों का जश्न चल रहा था। अचानक पलक झपकते ही जश्न को एक पिकअप मातम में बदल गई। नाच-गाने और जश्न की जगह चीख पुकार और घायल सडक़ पर पड़े थे। आनन-फानन में कुछ घायलों को लोग निजी वाहनों से सुशीला तिवारी अस्पताल लेकर लाया गया जबकि कुछ को 108 एम्बुलेंस से अस्पताल लेकर आया गया। सूचना के एक घंटे बाद पुलिस की आंख खुली। हादसे में एक की मौत हो गई जबकि कई घायल हो गये।

सादगी से पूरी हुई रश्में

हादसे की खबर जैसे ही दुल्हन पक्ष के लोगों को पता चली तो वह भी मौके पर दौड़े आये। घायलों के साथ बराती तीमरदार के तौर पर पहुंच गये। ऐसे में अस्पताल में भी अफरा-तफरी मच गई। चीख-पुकार की आवाज से पूरा अस्पताल का माहौल भी गमगीन हो गया। चिकित्सकों ने घायल आर्यन को कुछ ही देर बाद मृत घोषित कर दिया था। आर्यन के परिवार वालों को सडक़ हादसे में घर का चिराग बुझने की जानकारी दी गई। हादसे के बाद चुनिंदा लोगों के साथ बारात सादगी से बैंक्वेट हॉल पहुँची। इसके बाद शादी की रश्में पूरी की गई। खुशियों की जगह सभी लोंगो के चेहरों में मायूसी छाई हुई थी।

हल्द्वानी-रामपुर रोड पर पिकअप ने मातम में बदली बारात, खुशियों के बीच मची चीख-पुकार

लापरवाह रही टीपी नगर पुलिस

शाम ढलते ही पुलिस सडक़ से गायब हो जाती है। आये दिन रामपुर रोड पर हादसे होते रहते है। हर दिन देवलचौड़ से कत्था फैक्ट्री तक जाम अब पुलिस ने आम कर दिया है। लोगों जाम में जूझते रहते है। कई बार लोग इसकी शिकायत भी कर चुके है। लेकिन पुलिस एक कान से सुनकर दूसरे कान से निकाल देती है। लगातार बढ़ते हादसों के बाद भी पुलिस की कार्यशैली नहीं सुधार रही है। पुलिस अधिकारी हल्द्वानी कोतवाली में बैठकर आदेश दे देते है। लेकिन टीपी नगर पहुंचते ही आदेश हवा में उड़ जाते है। कल हुए हादसे में घंटो बाद तक अधिकारी तो दूर चौकी इंचार्ज तक न तो मौके पर आए और न ही घटना स्थल का मुआयना किया गया। केवल एक दरोगा और चीता मोबाइल के दो सिपाहियों को भेजकर दायित्व की इतिश्री करने भेज दिया। यही कारण रहा कि पिकअप चालक भागने में कामयाब रहा।

बुझ गया घर का चिराग

हादसे में सात घायलों को सुशीला तिवारी अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान मेरठ के संजय नगर निवासी 25 वर्षीय डाक्टर आर्यन ने दम तोड़ दिया। वही गंभीर रूप से घायल मेरठ के ही अंश को एसटीएच से रेफर करने पर नैनीताल रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अन्य घायल लवली पत्नी पिंटू निवासी मेरठ, दूल्हे के चाचा अमित उप्रेती निवासी गन्ना सेंटर, दूल्हे की बहन हेमा जोशी पत्नी मनोज जोशी निवासी हल्द्वानी, भांजी सोमी निवासी मेरठ, बॉबी निवासी मेरठ का एसटीएच में उपचार चल रहा है।