हल्द्वानी-क्वींस स्कूल में मची स्थापना दिवस की धूम, उत्तराखंडी संस्कृति का ऐसे किया गुणगान

Haldwani News- क्वींस सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विगत 4 नवंबर से 8 नवंबर तक राज्य स्थापना दिवस के रूप में साप्ताहिक सभा मंच का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम बड़े धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। साप्ताहिक सभा का शुभारंभ विद्यालय के प्रबन्धक आरपी सिंह, निदेशिका लिली सिंह, शैक्षिक निदेशक एमसी डालाकोटी, प्रशासनिक निदेशक
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हल्द्वानी-क्वींस स्कूल में मची स्थापना दिवस की धूम, उत्तराखंडी संस्कृति का ऐसे किया गुणगान

Haldwani News- क्वींस सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विगत 4 नवंबर से 8 नवंबर तक राज्य स्थापना दिवस के रूप में साप्ताहिक सभा मंच का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम बड़े धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। साप्ताहिक सभा का शुभारंभ विद्यालय के प्रबन्धक आरपी सिंह, निदेशिका लिली सिंह, शैक्षिक निदेशक एमसी डालाकोटी, प्रशासनिक निदेशक विक्रम सिंह कार्की व प्रधानाचार्य यूसी बहुगुणा के कर कमलों द्वारा किया गया।

हल्द्वानी-क्वींस स्कूल में मची स्थापना दिवस की धूम, उत्तराखंडी संस्कृति का ऐसे किया गुणगान

अध्यापिका साक्षी वशिष्ठ की अगुवाई में कक्षा आठ ब के छात्रों द्वारा उत्तराखंड से संबधित ज्ञानवर्धक प्रश्न कुमाऊं और गढ़वाल के परिधान पहनकर बच्चों द्वारा प्रस्तुति दी गई। अध्यापिका कविता पांडे के अगुवाई में कक्षा सात ब के छात्रों द्वारा उत्तराखंड के स्वतत्रंता सेनानियों की भूमिका निभाई जैसे तीलू रौतेला, श्री देव सुमन, कर्णवती बद्रीदत पाण्डे आदि कक्षा अध्यापिका रिया बिष्ट की अगुवाई में कक्षा 6 के छात्रों द्वारा उत्तराखंड के राज्य प्रतीक पर प्रत्येक विद्यार्थियों ने सभा मंच में आकर अनेकों ज्ञानवर्धक जानकारियां दी। कक्षा 6ब के बच्चों ने कक्षा अध्यापिका ज्योति उपाध्याय के अनुसरण में हम उत्तराखंडी गीत गाया गया।

हल्द्वानी-क्वींस स्कूल में मची स्थापना दिवस की धूम, उत्तराखंडी संस्कृति का ऐसे किया गुणगान

अध्यापिका गुनीत कौर की अगुवाई में कक्षा 7अ के विद्यार्थियों द्वारा एक नाटक के द्वारा यह दर्शाया गया कि किस तरह उत्तराखंडी मिलजुलकर रहते हैं और अतिथि देवो भव: को महत्व देते हैं। कक्षा 9 अ और ब के छात्रों द्वारा उत्तराखंडी लोकगीतों पर मनमोहक नृत्य किया गया। साप्ताहिक सभा मंच को सक्रिय बनाने में अध्यापिका फराह अंसारी और भावना मेहरा का विशेष योगदान रहा। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने उत्तराखंड के इतिहास और महत्व को बताते हुए बच्चों से राज्य संबधित कई प्रश्न किए गए, जिनका बच्चों ने उत्साहवर्धक उत्तर दिए, प्रधानाचार्य ने अपने वक्तव्य में उन क्रान्तिकारियों को भी नमन किया। जिनके सौजन्य से आज हम उत्तराखंडी नागरिक कहलाए।