हल्द्वानी- व्यापारिक उलझनों को भी दूर कर सकती है मनोचिकित्सक, फॉलो करें डॉ. नेहा के ये जरुरी टिप्स
कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की रोकथाम को लेकर देश भर में जारी लॉकडाउन अब लोगो की मुश्किले बढ़ाने लगा है, लॉकडाउन के पहले चरण में जहां लोग घरों में रहने को उत्सुक नज़र आ रहे थे, वही अब इस कैद ने लोगो को मानसिक तौर पर बिमार करना शुरु कर दिया है। उत्तराखंड की बात करें तो लॉकडाउन से विकसित हुई परिस्थितियों ने इंसानी जीवन को अस्थ-व्यस्थ कर दिया है। सरकारी कामकाज से लेकर बाजारों में व्यापार भारी मंदी की मार झेल रहा है, जिसके कारण व्यापारी अब मानसिक तौर पर परेशान होने लगे है।
हल्द्वानी मनसा क्लीनिक की संचालिका एवं मनोवैज्ञानिक डॉ. नेहा शर्मा की माने तो इन दिनों उनके पास इस तरह के डिप्रेशन वाले मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। उन्होंने बताया कि व्यापार से जुड़े लोग अपने कामकाज और परिवार के पालनपोषण को लेकर काफी चिंतित दिखाई पड़ रहे है, जिसको लेकर वे अपने दिमाक में अधिक स्ट्रैस लेने लगे है। यही समय होता है जब लोगो की मनसा उनपर हावी होने लगती है, और सोचने समझने की क्षमता गुम होने लगती है, इसी दौरान दिमाक में अधिक प्रवाभ पड़ने से आप मानसिक तौर पर बिमार होने लगते है।
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किसी भी परिस्थितियों में जीना न छोड़े
डॉ. नेहा ऐसे लोगो को टिप्स देती है कि किसी भी परिस्थितियों में जीना न छोड़े, भूलकर भी अपनी परेशानियों को निजि जिंदगी में हावी होने देने से बचे। कारोबारी लोग इस लॉकडाउन के समय अपने परिवार और बच्चों के साथ बितायें। काम-काज को लेकर खुद की सुरक्षा न भूलें। कोविड-19 को परेशानी की तरह नहीं परिस्थिति की तरह लें और कोशिश करे कि इस खराब परिस्थिति में खुश कैसे रहे। बता दें इन दिनो बाजारों में ब्रिकी लॉकडाउन के चलते काफी प्रभावित हुई है, ऐसे में दुकान या शोरुमों में कार्य करने वाले स्टॉफ की सैलरी, परीवार के खर्चे, बैंक का लोन, बिजली-पानी बिल आदी के दवाब में व्यापारी पिस रहा है, जिसके चलते वह स्ट्रैस का शिकार होता जा रहा है।
खुद को कैसे रखें D-stress- डॉ. नेहा
म्यूजिक, रीडिंग, पेंटिंग- यदि आप लोगों के बीच रहकर अकेला महसूस करते हैं और यहां भी मानसिक अवसाद आपका पीछा नहीं छोड़ रहा है तो आप अच्छी चीजें पढ़ना-लिखना शुरू कर सकते है। स्ट्रैस से बचने के लिए आप पेंटिंग भी कर सकते हैं या फिर अपना पसंदीदा म्यूजिक सुन सकते हैं।
मॉर्निंग वॉक- सुबह के वक्त रनिंग या वॉक शुरू करें। ताजा हवा में खुलकर सांस लेने से आपका दिमाग सही दिशा में दौड़ेगा और आप हर चीज को लेकर हाइपर नहीं होंगे।
टॉक टू फ्रेंड्स- अगर आप अकेलेपन में लोगों से मिलने और उनसे बात करने का बड़ा मन करता है। ऐसे में आप अपने दोस्तो या परिवार में अपने करीबी से बात कर सकते है, अपनी मन की बातें अपने दोस्तों से खुल कर करने से भी आप रिलेक्स महसूस करेंगे।
एक्सरसाइज करें- एक्सरसाइज करने से सेहत बनने के साथ तनाव भी कम होता है। एक्सरसाइज करने से हमारी बॉडी से हैपी हार्मोन रिलीज होते हैं, जिसके चलते हमारा तनाव कुछ ही पल में गायब हो जाता है। लेकिन अगर आपके पास एक्सरसाइज का समय नहीं है तो आप दिन में 15 से 20 मिनट तक जरूर टहलें।
हेल्दी डाइट फॉलो करें- कहा जाता है कि आप जिस प्रकार का खाना खाते हैं, आपका स्वभाव भी वैसा ही हो जाता है। इसलिए हमेशा हेल्दी खाने का सेवन करें। लॉकडाउन एक अच्छा समय है अपनी बॉडी को डिटाक्स करने का, ऐसे में मार्किट बंद होने के चलते लोग घर में जंग फूड बनाने में जुड गए है, ऐसे में हैल्थी फूड का ही सेवन करें, हैवी और जंग फूड से बचें।
नींद पूरी लें- जो लोग अपनी नींद के साथ समझौता करते हैं, उनकी सेहत को गंभीर रूप से नुकसान पहुंच सकता है। नींद पूरी ना होने की वजह से लोग कई सारी शारीरिक और मानसिक बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं। अगर आप अच्छी नींद लेंगे तो पूरे दिन शरीर उर्जा बनी रहेगी। साथ ही आप अपने काम को सही तरीके से कर पाएंगे और आपका मूड पहले के मुकाबले बेहतर रहेगा।