हल्द्वानी-जब प्रकाश पंत ने जीता था गोल्ड मेडल, साहित्य में थी खास रूचि

हल्द्वानी-बुधवार को प्रदेश के वित्त मंत्री प्रकाश का बीमारी के चलते निधन हो गया। जिससे पूरा प्रदेश शोक में डूबा हुआ है। पंत वर्ष 1977 में छात्र राजनीति में वह सक्रिय हुए और सैन्य विज्ञान परिषद में महासचिव चुने गए। पेशे से फार्मासिस्ट पंत ने 1984 में सरकारी सेवा को त्याग कर समाजसेवा के लिए
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हल्द्वानी-जब प्रकाश पंत ने जीता था गोल्ड मेडल, साहित्य में थी खास रूचि

हल्द्वानी-बुधवार को प्रदेश के वित्त मंत्री प्रकाश का बीमारी के चलते निधन हो गया। जिससे पूरा प्रदेश शोक में डूबा हुआ है। पंत वर्ष 1977 में छात्र राजनीति में वह सक्रिय हुए और सैन्य विज्ञान परिषद में महासचिव चुने गए। पेशे से फार्मासिस्ट पंत ने 1984 में सरकारी सेवा को त्याग कर समाजसेवा के लिए सियासत का रास्ता चुना। इसके बाद वर्ष 1988 में नगर पालिका परिषद पिथौरागढ़ के सदस्य चुने गये। वह उत्तर प्रदेश में 1998 में वह विधान परिषद के सदस्य चुने गए।

हल्द्वानी-जब प्रकाश पंत ने जीता था गोल्ड मेडल, साहित्य में थी खास रूचि

चौथी निर्वाचित सरकार में कैबिनेट मंत्री बने पंत

प्रकाश पंत राष्ट्रीय स्तर पर निशानेबाजी में रजत पदक (जीबी मावलंकर शूटिंग प्रतियोगिता कोयम्बटूर वर्ष 2004) भी जीत चुके थे। राज्य स्तरीय निशानेबाजी प्रतियोगिता में भी वे स्वर्ण पदक वर्ष (2004) जीत चुके थे। प्रकाश पंत को साहित्य में भी खास रूचि थी। वर्ष 2001 में पंत प्रथम विधानसभा अध्यक्ष चुने गये। 2002 पिथौरागढ़ विधानसभा से सदस्य निर्वाचित हुए। 8 मार्च 2007 से द्वितीय निर्वाचित सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। 18 जुलाई 2017 से अब तक चतुर्थ निर्वाचित सरकार में कैबिनेट मंत्री चुने गये। पंत के बारे में अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि फार्मासिस्ट होने के बावजूद उन्होंने वित्त, संसदीय व विधायी कार्यों में महारथ हासिल की। वित्त विशेषज्ञ के तौर पर जीएसटी काउंसिल में उन्हें और उनके सुझावों को भरपूर तवज्जो दी गई।