हल्द्वानी- उत्तराखंड के किसान पर बनी “Moti Bagh” ऑस्कर के लिए नॉमिनेट, इन मुद्दों पर अधारित है कहानी

Oscar Nominated Short Film Moti Bagh, उत्तराखंड की सबसे बड़ी समस्या पलायन और देश के किसान की आपबीती पर बनी उत्तराखंड की सार्ट फिल्म “मोती बाग” (Moti Bagh) को ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया है। उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के कल्जीखाल ब्लॉक स्थित सांगुडा गांव के 83 वर्षीय किसान विद्यादत्त शर्मा पर बनी
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हल्द्वानी- उत्तराखंड के किसान पर बनी “Moti Bagh” ऑस्कर के लिए नॉमिनेट, इन मुद्दों पर अधारित है कहानी

Oscar Nominated Short Film Moti Bagh, उत्तराखंड की सबसे बड़ी समस्या पलायन और देश के किसान की आपबीती पर बनी उत्तराखंड की सार्ट फिल्म “मोती बाग” (Moti Bagh) को ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया है। उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के कल्जीखाल ब्लॉक स्थित सांगुडा गांव के 83 वर्षीय किसान विद्यादत्त शर्मा पर बनी लघु फिल्म मोती बाग 59 मिनट की डाक्यूमेंट्री फिल्म है। जिसे इससे पूर्व केरल में आयोजित अंतरराष्ट्रीय शॉर्ट फिल्म समारोह (International short film festival) में भी प्रथम पुरस्कार मिल चुका है।

हल्द्वानी- उत्तराखंड के किसान पर बनी “Moti Bagh” ऑस्कर के लिए नॉमिनेट, इन मुद्दों पर अधारित है कहानी

इन मुद्दों को दर्शा रही “मोती बाग” की कहानी

इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए फिल्म निर्माता निर्मल चन्द्र डंडरियाल ने कहा कि विद्यादत्त शर्मा एक किसान हैं। उनकी जिदंगी अपने आप में काफी प्रेरणादायक है। एक ऐसा आदमी जो अपने स्तर पर समाज में काफी बदलाव ला रहा है। लेकिन उसे प्रशंसा नहीं मिल रही है। इसलिए उन्हें ऐसा लगा कि इस इंसान पर एक कहानी जरूर बननी चाहिए। वही फिल्म में यह भी दिखाया गया है कि पलायन की मार झेल रहे पहाड़ों में दृढ़ इच्छा शक्ति से हरियाली कैसे लौटाई जा सकती है।

देश नहीं विदेश में भी किया जाएगा प्रदर्शित

भारत से ऑस्कर पुरस्कार के लिए चयनित दो डॉक्यूमेंट्री फिल्मों में से एक है उत्तराखंड में ‘मोती बाग’ (Moti Bagh)। जिसका निर्माण और निर्देशन फिल्मकार निर्मल चन्द्र डंडरियाल ने किया है। फिल्म की पटकथा कृषि, बागवानी, मधुमक्खी पालन, जल संरक्षण, रोजगार और पलायन समेत अन्य कई मुद्दों पर आधारित है। बता दें कि 59 मिनट की लघु फिल्म ‘मोती बाग’ (Moti Bagh) को अमेरिका के लॉस एंजेलिस में भी प्रदर्शित किया जाएगा।