हल्द्वानी- ऐसा कभी किसी के साथ न हो जो चम्पावत के इन निवासियों के साथ हुआ (कोरोना वायरस)

हल्द्वानी के डाॅ.सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कोरोना से संक्रमित एक मरीज की मंगलवार को मौत हो गई जिसके बाद पुलिस प्रशासन को युवक का अंतिम संस्कार लाॅकडाउन के कारण राजपुरा के श्मशान घाट में करना पड़ा। जानकारी के अनुसार युवक चम्पावत जिले का रहने वाला था दरअसल कुछ दिन पहले युवक बाहार से लौटा
 | 
हल्द्वानी- ऐसा कभी किसी के साथ न हो जो चम्पावत के इन निवासियों के साथ हुआ (कोरोना वायरस)

हल्द्वानी के डाॅ.सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कोरोना से संक्रमित एक मरीज की मंगलवार को मौत हो गई जिसके बाद पुलिस प्रशासन को युवक का अंतिम संस्कार लाॅकडाउन के कारण राजपुरा के श्मशान घाट में करना पड़ा। जानकारी के अनुसार युवक चम्पावत जिले का रहने वाला था दरअसल कुछ दिन पहले युवक बाहार से लौटा था जिसके बाद युवक को गांव में ग्राम प्रधान द्वारा क्वारंनटीन सेंटर में भर्ती करवाया गया था। लेकिन कुछ दिन बाद युवक की जांच की गई तो युवक की रिपोर्ट कोरोना पाॅजिटिव आ गई जिसके बाद युवक को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती करा दिया और मंगलवार की सुबह युवक की कोरोना के कारण मौत हो गई।

हल्द्वानी- ऐसा कभी किसी के साथ न हो जो चम्पावत के इन निवासियों के साथ हुआ (कोरोना वायरस)
कोतवाल को छोड़कर बाकी सब लोग पीपीई किट पहनकर शव का अंतिम संस्कार करते हुए।

जिसके बाद पुलिस द्वारा शव को मोर्चरी में रखवाकर परिजनों को सुचित कर दिया। मौत की खबर सुनकर परिवार में शोक का माहौल बन गया और मृतक का चाचा का लड़का और दो लोग तुरन्त पहुंचे। ग्राम प्रधान के अनुसार गांव वालों का कहना था कि शव को पहाड़ न लाया जाए। जिस कारण पुलिस प्रशासन द्वारा शव को राजपुरा के श्मशान घाट में ही जला दिया गया। और दुर्भाग्यवश लाॅकडाउन के कारण नियमों व गाड़ियों व्यवस्था न हो पाने के कारण परिवार वाले अंतिम समय पर भी मृतक का चेहरा नही देख पाए। बताया जा है कि मृतक के दो बेटे है जिनकी उर्म 12 व 13 वर्ष है। जो कि अभी पहाड़ में ही है। अंतिम संस्कार से पहले घाट पर व्यवस्था बनाने को कोतवाल संजय कुमार, चौकी इंचार्ज मनवर बिष्ट, एसआइ सतीश शर्मा, सुशील जोशी, जितेंद्र सिरोड़ी, सिपाही बंशी जोशी पहुंचे। अंतिम समय में चचेरे भाई के अलावा गांव के मात्र दो लोग उपस्थित रहे। कोतवाल को छोड़कर बाकी सभी लोगों को पीपीई किट पहनाई गई थी।