हल्द्वानी-नशा करते पकड़े गये दो युवक, सुनाई नशे में पडऩे की ऐसी कहानी कि स्तब्ध रहे गये पुलिसकर्मी
हल्द्वानी-जिले में नशे का कारोबार चरम पर है। पुलिस हर दिन नशे के कारोबारियों को पकडक़र जेल भेज रही है साथ ही नशेडिय़ों पर भी शिकंजा कस रही है। लेकिन फिर भी नशे के सौदागर अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे है। शहर किशोरों से लेकर युवाओं तक को नशे ने अपनी गिरफ्त में लिया है। जिन युवाओं ने नशा शुरू किया वह उसे लती हो गये है। अब उसे चाहकर भी नहीं छोड़ पा रहे है। बगैर स्मैक का नशा किये उनका शरीर काम नहीं कर रहा है। ऐसे ही दो युवकों को पुलिस ने नशा करते पकड़ा तो पूरी कहानी सामने आयी। इनकी कहानी सुनकर पुलिस में चुपचाप सुनती रही।
पिता की मौत के बाद चुना नशे का रास्ता
शनिवार को पुलिस को सूचना मिली की चार युवक ठंडी सडक़ के पास नशा कर रहे है। सूचना पर पुलिस तुरंत उस जगह पर पहुंची तो पुलिस को देख दो लडक़े भागे निकले जबकि दो युवकों को पुलिस ने पकड़ लिया। जब पुलिस ने दोनों से पूछताछ की तो एक ने बताया कि वह दमुवाढूंगा रहता है तो दूसरे ने अपने को सुभाष नगर का बताया। दोनों ने बताया कि कुछ साल पहले उनके पिता की मृत्यु हो गई है। जिससे घर में कोई रोकने-टोकने वाला नहीं मिला तो उन्होंने स्मैक का नशा करना शुरू कर दिया। इसकी खबर परिजनों को लगी तो एक लडक़े को उसके परिजनों ने तीन माह तक नशामुक्ति केन्द्र में भर्ती कराया जबकि दूसरे को पुलिस पहले भी नशा करते पकड़ ले गई है।
साहब नशा छोडऩा चाहते है
दोनों युवकों ने पुलिसकर्मियों से कहा कि वह नशा छोडऩा चाहते है लेकिन छोड़ नहीं पा रहे है उन्होंने कई कोशिशें कर ली। लेकिन फिर स्मैक की तड़प लग रही है। अब नशा करना उनकी मजबूरी बन गई है। सुबह उठते से पूरा बदन टूट जाता है जब तक नशा न करू ठीक नहीं होता है। इसलिए वह चाहकर भी स्मैक की लत से छुटकारा नहीं पा रहे है। पहली बार ऐसे नशेडिय़ों को पकडऩे पर पुलिस भी उनकी बातें सुनते रही। और उन्हें सुधरने की नसीहत दी।