हल्द्वानी-नैनीताल सीट पर मुकाबला हुआ कांटेदार, कांग्रेस को झटके पर झटके दे रही भाजपा

हल्द्वानी-न्यूज टुडे नेटवर्क-लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सबसे हॉट सीट माने जाने वाली नैनीताल-ऊधमसिंह नगर सीट पर कांटे की टक्कर है। लेकिन अभी तक की स्थिति से साफ हो गया है कि भाजपा हावी दिख रही है। जिस तरह से भाजपा ने कांग्रेस को एक के बाद एक झटके दिये है। इससे कांग्रेस की ग्रामीणों
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हल्द्वानी-नैनीताल सीट पर मुकाबला हुआ कांटेदार, कांग्रेस को झटके पर झटके दे रही भाजपा

हल्द्वानी-न्यूज टुडे नेटवर्क-लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सबसे हॉट सीट माने जाने वाली नैनीताल-ऊधमसिंह नगर सीट पर कांटे की टक्कर है। लेकिन अभी तक की स्थिति से साफ हो गया है कि भाजपा हावी दिख रही है। जिस तरह से भाजपा ने कांग्रेस को एक के बाद एक झटके दिये है। इससे कांग्रेस की ग्रामीणों क्षेत्रों का बची उम्मीद भी टूट गई। भाजपा ने हर क्षेत्र में कांग्रेस को पीछे धकेलने की कोशिश की है। जिस तरह से ग्रामीण क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि लगातार भाजपा से जुड़ते जा रहे है ऐेसे मुकाबला एक तरफा न हो जाय। कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी पूरी जोर लगाई है। लेकिन अभी तक कांग्रेस को एक बड़ी जनसभा का इंतेजार है जिससे जनता प्रभावित हो सके।

हल्द्वानी-नैनीताल सीट पर मुकाबला हुआ कांटेदार, कांग्रेस को झटके पर झटके दे रही भाजपा

भट्ट को मिल रहा भरपूर सहयोग

नैनीताल सीट पर भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट को केन्द्र से लेकर राज्य तक भरपूर सहयोग मिल रहा है। रुद्रपुर में पीएम नरेन्द्र मोदी की रैली से बड़ा असर हुआ है। वहीं सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत लगातार जिले भर में अजय भट्ट के समर्थन में जनसभाओं को संबोधित कर रहे है। अब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रैली से भट्ट को और मजबूत करने की कोशिश जारी है। लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा सक्रिय भाजपा है। खासकर नैनीताल सीट पर सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत,  पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत, नैनीताल विधायक संजीव आर्य, मेयर जोगेन्द्र रौतेला और कई मंडल अध्यक्ष समेत भाजपा के हजारों कार्यकर्ता भाजपा प्रत्याशी भट्ट के जीत राह बनाने में जुटे है। एक साथ इतने बड़े नेताओं का प्रचार में जाना अजय भट्ट के लिए संजीवनी बन सकती है।

फिर लग सकते है कांग्रेस को झटके

सूत्रों की माने तो मतदान से पहले कांग्रेस के कई पुराने जनप्रतिनिधि भाजपा में शामिल हो सकते है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों में भाजपा ने सेंधमारी की है। एक बार फिर मोदी का मैजिक चल सकता है। भाजपा भी केन्द्र की योजनाओं के दम पर यह लोकसभा चुनाव हर हाल में जीतना चाहती है। उन्हीं योजनाओं को भाजपा जनता के बीच रख रही है।