हल्द्वानी-तल्ली बमौरी श्यामा गार्डन के पास स्थित श्री कृष्णा पाइल्स केयर सेंटर में आधुनिक मशीनों से बवासीर, भगंदर और फिशर जैसी बीमारियों का उपचार किया जाता है। यह कुमाऊं का एकमात्र पूर्णरूप से कंप्यूटराइड सेंटर है। इस दो ब्रांच है एक हल्द्वानी तो दूसरा रुद्रपुर में। जहां आधुनिक मशीनों से इन घातक बीमारियों का खात्मा किया जाता है।
संस्थान के विशेषज्ञ डा. अमन कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि बवासीर, भगंदर व फिशर जैसी बीमारी में शुरूआत में कुछ खास लक्षण नहीं दिखते है। मरीज को हल्की-सी खारिश महसूस होती है। ऐसे में मर्ज बढऩे पर मल त्याग के समय समस्या होती है। अगर ध्यान न दिया जाय तो तेज दर्द होता है। मल त्याग में खून भी ज्यादा आता है। ऐसे में इंफेक्शन का खतरा बना रहती है।
ऐसे ही मिलते-जुलते रोगों का खास उपचार श्री कृष्णा पाइल्स केयर सेंटर किया जाता है। बवासीर, फिशर, भगंदर जैसी बीमारियों का उपचार किया जाता है। डा. अमन कुमार ने कहना है कि हमें इन बीमारियों मेें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं करनी चाहिए। लापरवाही पर गंभीर परिणाम सामने आ सकते है। आज के भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव, अनियमित खान-पान व व्यवस्ता के चलते 70 प्रतिशत लोग उम्र बढऩे के साथ ही इस तरह की बीमारी से ग्रसित हो जाते है। बवासीर एक प्रकार की आनुवांशिक समस्या भी हो सकती है।
जानिये क्या है इससे बचाव के सुझाव-
बवासीर होने पर किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें।
शुरूआत में बवासीर बिना ऑपरेशन के ठीक किया जा सकता है।
भगंदर का समय पर इलाज करना आवश्यक है नहीं तो स्थिति बिगड़ सकती है।
90 प्रतिशत मामलों में फिशर का इलाज बिना किसी ऑपरेशन के किया जा सकता है।