हल्द्वानी- मेडिकल कॉलेज ने इन डॉक्टरों को किया चिन्हित, अब ऐसे होगी बड़ी कार्यवाही

देवभूमी में सरकार पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का दावा कर रही है। मगर सरकार की इस दावे को कई डॉक्टर ठेंगा दिखा रहे हैं। देवभूमी के कई दुर्गम इलाकों में आज भी लोग सही इलाज के लिए तरस रहे है। ये सरकारी अस्पतालों में बड़ी उम्मीद से जाते हैं लेकिन डॉक्टरों
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हल्द्वानी- मेडिकल कॉलेज ने इन डॉक्टरों को किया चिन्हित, अब ऐसे होगी बड़ी कार्यवाही

देवभूमी में सरकार पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का दावा कर रही है। मगर सरकार की इस दावे को कई डॉक्टर ठेंगा दिखा रहे हैं। देवभूमी के कई दुर्गम इलाकों में आज भी लोग सही इलाज के लिए तरस रहे है। ये सरकारी अस्पतालों में बड़ी उम्मीद से जाते हैं लेकिन डॉक्टरों की कमी के कारण उन्हें निराश होना पड़ता है। नैनीताल, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिलों में डॉक्टरों का टोटा चल रहा है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि इन इलाकों में भेजे गए कई डॉक्टरों ने ज्वाइन नहीं किया है। ये डॉक्टर दुर्गम नहीं वल्की सुर्गम इलाकों में रहकर कार्य करना चाहते है। किसी ने ज्वाइन किया भी तो वह दूसरे दिन ही खिसक गया। अब वे कहां हैं इसका भी पता भी नहीं। स्वास्थ्य महकमा अब ऐसे डॉक्टरों को नोटिस देने की बात कह रहा है।

हल्द्वानी- मेडिकल कॉलेज ने इन डॉक्टरों को किया चिन्हित, अब ऐसे होगी बड़ी कार्यवाही

मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस पूरा करने वाले डॉक्टरों को पहाड़ों पर तैनाती दी जाती है। दुर्गम में तैनाती मिलते ही डॉक्टरों की परेशानी बढ़ जाती है। प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग ये दावा करता है कि नए डॉक्टर राज्य को मिले हैं। लेकिन सच्चाई इन सब से परे है। स्वास्थ्य विभाग की माने तो ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ अब सख्त एक्शन लिया जाएगा। मामले में मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य सीपी भैसोड़ा ने जानकारी दी कि अपने कार्य से नदारद होने वाले या नहीं पहुंचने वाले ऐसे 44 डॉक्टरों को विभाग द्वारा नोटिस जारी किये जा रहे है। जिसके बाद इन डॉक्टरों के खिलाफ उचित कार्यवाई की जाएगी।