हल्द्वानी-शहीद सूबेदार पनेरू का पार्थिव शरीर पहुंचा हल्द्वानी, कल होगी अंतिम विदाई

हल्द्वानी-शहीद यमुना प्रसाद पनेरू का शव शुक्रवार को हल्द्वानी आर्मी स्टेशन पहुंचा। शहीद यमुना प्रसाद पनेरू का पार्थिव शव दोपहर लगभग 2.40 मिनट पर सेना के हेलीकॉप्टर से पहुंचा। आर्मी ग्राउंड पर सेना के जवानों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पार्थिव शरीर को आर्मी स्टेशन में रख दिया गया। रविवार को प्रात: 6
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हल्द्वानी-शहीद सूबेदार पनेरू का पार्थिव शरीर पहुंचा हल्द्वानी, कल होगी अंतिम विदाई

हल्द्वानी-शहीद यमुना प्रसाद पनेरू का शव शुक्रवार को हल्द्वानी आर्मी स्टेशन पहुंचा। शहीद यमुना प्रसाद पनेरू का पार्थिव शव दोपहर लगभग 2.40 मिनट पर सेना के हेलीकॉप्टर से पहुंचा। आर्मी ग्राउंड पर सेना के जवानों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पार्थिव शरीर को आर्मी स्टेशन में रख दिया गया। रविवार को प्रात: 6 बजे शव को शहीद के घर पहुंचाया जाएगा। जिसके बाद चित्रशिला घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दौरान स्टेशन कमांडर मोहन अमित, लेफ्टिनेंट कर्नल विजय आनन्द जोशी, लेफ्टिनेंट कर्नल विकास कुमावत, मेजर राम विनोद सिंहए मेजर साधना व एसडीएम विवेक रॉय मौजूद रहे।

हल्द्वानी-शहीद सूबेदार पनेरू का पार्थिव शरीर पहुंचा हल्द्वानी, कल होगी अंतिम विदाई

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में तैनात गोरापड़ाव निवासी सूबेदार यमुना प्रसाद पनेरू बृहस्पतिवार सुबह पेट्रोलिंग के दौरान शहीद हो गए। सुबेदार यमुना पनेरू का बचपन ग्रामसभा पदमपुर मीडार के तोक गालपाधूरा में बीता। बीएससी प्रथम वर्ष करने के दौरान का चयन भारतीय सेना के लिए हो गया।भुवन पनेरू ने बताया कि वर्ष 2012 में यमुना परगांई द्वारा एवरेस्ट फतह की जानकारी भी दी। साथ ही उन्होंने नंदादेवी शिखर और छोटे कैलाश को भी छुआ था। माउंटेनिंग सिखाने के लिए वे कुछ समय दार्जिलिंग में भी रहे।

परिजनों ने बताया कि वर्ष 2013-14 में यमुना पनेरू भारतीय सेना की ओर से भूटान भी गए और वहां से आने के बाद जेसीओ का कमीशन निकालने के बाद हवलदार से सुबेदार पद पर नियुक्त हुए।सुबेदार यमुना पनेरू ने 37 वर्ष की आयु में देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। सेना में भर्ती होने के बाद यमुना प्रसाद सेना के पर्वतारोही दल में शामिल हुए और 2012 में उन्होंने एवरेस्ट फतह किया। वह एवरेस्ट फतह करने वाले 06 कुमाऊं के पहले फौजी बने।