हल्द्वानी-महेश कुमार के इस रैंप गाने ने मचाई धूम, खूब थिरक रहा सूमचा पहाड़

हल्द्वानी-न्यूज टुडे नेटवर्क-(जीवन राज)-सुपर स्टार लोकगायक महेश कुमार के गाने ने एक बार फिर पहाड़ों में धूम मचा रखी है। इस बार महेश कुमार रैंप सांग लेकर आये है। उनके गीत मन की परी ने खूब धूम मचाई है। इससे पहले भी महेश कई सुपरहिट गाने दे चुके है। काफी कम समय में महेश कुमार
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हल्द्वानी-महेश कुमार के इस रैंप गाने ने मचाई धूम, खूब थिरक रहा सूमचा पहाड़

हल्द्वानी-न्यूज टुडे नेटवर्क-(जीवन राज)-सुपर स्टार लोकगायक महेश कुमार के गाने ने एक बार फिर पहाड़ों में धूम मचा रखी है। इस बार महेश कुमार रैंप सांग लेकर आये है। उनके गीत मन की परी ने खूब धूम मचाई है। इससे पहले भी महेश कई सुपरहिट गाने दे चुके है। काफी कम समय में महेश कुमार ने उत्तराखंड की संगीत में नाम कमाया है। मन की परी गीत में महेश कुमार ने रैप डालकर तडक़ा लगाने का काम किया है। 15 अप्रैल से शादी के मूहुर्त शुरू होने वाले है ऐसे में महेश के गाने ने रफ्तार पकडऩी शुरू कर दी है। 9 अप्रैल को रिलीज हुए इस गीत को अभी तक यू-ट्यूब पर 17 हजार से ऊपर लोग देख चुके है। महेश कुमार का यह गीत सल्ट म्यूजिक ग्रुप चैनल से रिलीज हुआ है। इस गीत में रैपर का काम शेखर बेलवाल ने किया है। महेश द्वारा गाये गये अब तक के सबसे बेहतरीन गीतों में से यह एक गीत है।

विलुप्त होती चीजों को लाना मेरी प्राथमिकता- महेश

न्यूज टुडे नेटवर्क से खास बातचीत में महेश ने बताया कि वह अपने हर गीत में कुछ नया करने की सोचते है। साथ ही पुरानी विलुप्त होती चीजों को अपने गीतों में लाते है। जिससे पहाड़ की संस्कृति को विलुप्त होने से बचाया जा सकें और जो शब्द वर्तमान पीढ़ी भूल चुकी है, उन शब्दों का इस्तेमाल कर उन्हें संवारने की कोशिश की है। इससे पहले उन्होंने सौली धुरा धुर जंगला से खूब नाम कमाया। इस गीत को यू-ट्यूब पर 10 लाख से ऊपर लोगों ने देखा है। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुडक़र नहीं देखा और एक के बाद एक धमाकेदार गीत दर्शकों को सुनने को मिले है। हाल ही आये उनके कोसी गाड़ा धाना साढ़े तीन लाख व्यूज के साथ लगातार आगे बढ़ रहा है। महेश ने बताया कि जल्द ही उनके कई और गीत रिलीज होंगे जो दर्शकों को बेहद पसंद आयेंगे।

हल्द्वानी-महेश कुमार के इस रैंप गाने ने मचाई धूम, खूब थिरक रहा सूमचा पहाड़

आवाज ने दिलाई नई पहचान

गरीबी से निकलकर महेश ने उत्तराखंडी संगीत में जो नाम कमाया है वाकई वह काबिलेतारीफ है। स्कूली दिनों में छोटे-छोटे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गीत गाने वाले महेश ने आज अपनी आवाज के दम पर का हुनर दिखाया है। उनकी गायकी में सुर, ताल, लय सबकुछ है। उनकी मधुर आवाज लोगों को अपनी ओर खींचती है। उत्तराखंड की संगीत को संवारने के साथ-साथ महेश अपनी आजीविका के लिए देश की राजधानी दिल्ली में प्राइवेट जॉब करते है। जिस तरह से महेश ने काफी कम समय में अपने एक के बाद एक सुपरहिट गीत दिये है इससे साफ होता है कि आने वाले दिनों में वह उत्तराखंड के संगीत को एक नई ऊंचाईयों पर ले जायेंगे।