हल्द्वानी-कुमाऊं विवि का गजब का कारनामा, सवाल समाजशास्त्र के और विषय अंग्रेजी

हल्द्वानी-हमेशा चर्चाओं में रहने वाला कुमाऊं विश्वविद्यालय एक बार फिर सुर्खियों में है। कभी मार्कशीटों को लेकर तो कभी अंकों को लेेकर गड़बडिय़ा मिलते रहती है। लेकिन इस बार तो हद हो गई। जब एमए समाजशास्त्र के प्रश्नपत्र पर अंग्रेजी छपा मिला। वही एमएससी गणित के प्रश्नपत्र में भी छह सवालों में गलतियां थीं। यही
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हल्द्वानी-कुमाऊं विवि का गजब का कारनामा, सवाल समाजशास्त्र के और विषय अंग्रेजी

हल्द्वानी-हमेशा चर्चाओं में रहने वाला कुमाऊं विश्वविद्यालय एक बार फिर सुर्खियों में है। कभी मार्कशीटों को लेकर तो कभी अंकों को लेेकर गड़बडिय़ा मिलते रहती है। लेकिन इस बार तो हद हो गई। जब एमए समाजशास्त्र के प्रश्नपत्र पर अंग्रेजी छपा मिला। वही एमएससी गणित के प्रश्नपत्र में भी छह सवालों में गलतियां थीं। यही नहीं प्रश्नपत्र कम आने पर छात्रों को पत्रों की फोटोकॉपी बांटी गई। छात्र सिर पकड़कर बैठ गई।

कुमाऊं के सबसे बड़े परीक्षा केंद्र एमबीपीजी कॉलेज में शनिवार11 से दोपहर एक बजे की दूसरी पाली में एमएससी चतुर्थ सेमेस्टर की गणित, एमए द्वितीय वर्ष प्राइवेट की समाजशास्त्र और पर्यावरण विषय की परीक्षा थी। जैसे ही एमए समाजशास्त्र प्राइवेट के प्रश्नपत्र का पैकेट खोला गया तो उसमें रखे प्रश्नपत्रों पर समाजशास्त्र के स्थान पर अंग्रेजी लिखा था जबकि प्रश्न सभी समाजशास्त्र के थे। ऐसे में छात्र असमंजस मे दिखे। इसके बाद शिक्षकों ने आनन-फानन में प्रश्नपत्रों पर अंग्रेजी काटकर समाजशास्त्र लिखा। वहीं एमएससी चतुर्थ सेमेस्टर के गणित के प्रश्नपत्र में छह सवालों में कमियां थीं। परीक्षा कक्षों में परीक्षार्थियों के शिकायत करने पर कॉलेज प्रशासन ने इस संबंध में विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक को सूचित किया। विश्वविद्यालय से दिशा-निर्देश मिलते ही सही करवा दिया गया था। कारनामा यही नहीं थमा एमएससी गणित के प्रश्नपत्र भी कम थे। कॉलेज प्रशासन का कहना था कि कुछ प्रश्नपत्र कम निकले थे जिन्हें फोटोकॉपी कर पूरा किया गया।