हल्द्वानी- कुमाऊं विश्वविद्यालय ने जारी की छात्रों के लिए सुरक्षा गाइडलाइन, ऐसे होंगी संक्रमण मुक्त परीक्षायें

लंबे इंतजार के बाद अब 14 सितंबर को कुमाऊं विश्वविद्यालय की परीक्षायें शुरू होने जा रही है। कोरोना के चलते इस वर्ष परीक्षाओं में काफी देरी हुई है। वही प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच परीक्षायें कराना विश्वविद्यालय के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। परीक्षाओं के लिए अब तैयारी शुरू की
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हल्द्वानी- कुमाऊं विश्वविद्यालय ने जारी की छात्रों के लिए सुरक्षा गाइडलाइन, ऐसे होंगी संक्रमण मुक्त परीक्षायें

लंबे इंतजार के बाद अब 14 सितंबर को कुमाऊं विश्वविद्यालय की परीक्षायें शुरू होने जा रही है। कोरोना के चलते इस वर्ष परीक्षाओं में काफी देरी हुई है। वही प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच परीक्षायें कराना विश्वविद्यालय के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। परीक्षाओं के लिए अब तैयारी शुरू की जा चुकी है। इसके लिए विश्वविद्यालय ने संबद्ध परिसरों, कॉलेजों और संस्थानों को कोरोना संक्रमण के चलते परीक्षाएं करने के संबंध में गाइडलाइन भी जारी कर दी है। परीक्षा में 48 हजार विद्यार्थी शामिल होंगे।

बेवसाइट पर जारी हुआ परीक्षा कार्यक्रम

कुमाऊं विश्वविद्यालय स्नातक, स्नातकोतर और वार्षिक पद्धति से आच्छादित स्नातक स्तर पर प्रथम, द्वितीय, तृतीय वर्ष और स्नातकोतर स्तर पर द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं कराने जा रहा है। परीक्षा कार्यक्रम छात्र विश्वविद्यालय की वेबसाइट https://www.kunainital.ac.in/ पर जाकर चेक कर सकते है। कुलसचिव खेमराज भट्ट के अनुसार तीन पालियों में परीक्षाएं कराई जानी हैं।

एक पाली की परीक्षा समाप्त होने के बाद परीक्षा कक्ष को सैनिटाइज कराया जाएगा। हर परीक्षार्थी के परीक्षा कक्ष में प्रवेश करने से पहले थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। पहले एक परीक्षा कक्ष में 60 छात्रों को बैठाया जाता था। इस बार एक कक्ष में 30 विद्यार्थियों की परीक्षा ही कराई जाएगी। परीक्षाएं 14 अक्तूबर तक होनी हैं।

विश्वविद्यालय की ये है गाइडलाइन

– प्रवेश द्वार, परीक्षा कक्ष में सैनिटाइजर की व्यवस्था होनी चाहिए।

– कूड़ेदान को साफ और कवर किया जाना चाहिए।

– परिसर के स्टाफ और परीक्षार्थियों को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने की जानकारी दी जाए।

– प्रवेश और निकास द्वार पर भीड़ से बचें।

– छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग, फेस मास्क और हाथों की सफाई सुनिश्चित की जाए।

– दो छात्रों के बीच कम से कम दो मीटर की दूरी हो।

– पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था की जाए।