हल्द्वानी-(खुशखबरी)-यहां बनेंगी राज्य की पहली हाइटेक कोरोना टेस्टिंग लैब, हर दिन होगी 1000 नमूनों की जांच

हल्द्वानी-प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे है। हर दिन एक हजार से ऊपर मामले सामने आ रहे है। ऐसे में अधिक से अधिक टेस्टिंग करना स्वास्थ्य विभाग के लिए कड़ी चुनौती है। अल्मोड़ा के सोबन सिंह जीना मेडिकल कॉलेज में हाइटेक लैब बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई। प्रदेश में यह पहली
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हल्द्वानी-(खुशखबरी)-यहां बनेंगी राज्य की पहली हाइटेक कोरोना टेस्टिंग लैब, हर दिन होगी 1000 नमूनों की जांच

हल्द्वानी-प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे है। हर दिन एक हजार से ऊपर मामले सामने आ रहे है। ऐसे में अधिक से अधिक टेस्टिंग करना स्वास्थ्य विभाग के लिए कड़ी चुनौती है। अल्मोड़ा के सोबन सिंह जीना मेडिकल कॉलेज में हाइटेक लैब बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई। प्रदेश में यह पहली उच्च स्तरीय बायो सेफ्टी-थ्री प्रयोगशाला होगी। कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए रोज एक हजार स्वैब नमूनों की जांच की जाएगी। तमाम अन्य तरह के परीक्षण भी किए जा सकेंगे। लैब के संचालन के लिए चिकित्सकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा चुका है। वित्तीय स्वीकृति भी मिल गई है।

बता दें कि कुमाऊं के छह जिले सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय पर निर्भर है। ऐसे में सुशीला तिवारी पर बहुत दबाव है। लेकिन अब यह निर्भरता जल्द खत्म हो जाएगी। जांच की सुविधा अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में ही मिल सकेगी। जल्द प्रदेश की पहली उच्च स्तरीय लैब यहां अस्तित्व में आ जाएगी। इसके लिए सभी तैयारी पूरी कर ली गई हैं। जरूरी संसाधन पहुंच गए हैं।

प्राचार्य अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज डॉ. रामगोपाल नौटियाल ने बताया कि यह उत्तराखंड की सबसे उच्च स्तर की कोरोना टेस्टिंग लैब होगी। इसमें कोविड-19 के साथ ही सभी किस्म के अन्य वायरस की जांच भी की जाएगी। करीब तीन करोड़ की लागत वाली अत्याधुनिक प्रयोगशाला की क्षमता भी बेहतर होगी, जहां एक दिन में एक हजार नमूनों की जांच की जा सकेगी। लैब तैयार करने का जिम्मा हिंदुस्तान लेटेक्स लिमिटेड को दे दिया गया है। अक्टूबर दूसरे सप्ताह तक उच्च स्तरीय बायो सेफ्टी-थ्री प्रयोगशाला में जांच शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।