हल्द्वानी- हादसे में घायल चौकी इंजार्च नरेश पाल ने तोड़ा दम, नम हो गई बैच के दरोगाओं की आंखे

Haldwani City News, बीते दिनों हल्द्वानी के देवलचौड़ में चैकिंग के दौरान घायल हुए चौकी इंचार्ज नरेश पाल सिंह ने बरेली के राममूर्ति अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। नरेश की मौत की खबर से उनके परिवार और पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। बता दें कि नरेश मुरादाबाद के मूल
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हल्द्वानी- हादसे में घायल चौकी इंजार्च नरेश पाल ने तोड़ा दम, नम हो गई बैच के दरोगाओं की आंखे

Haldwani City News, बीते दिनों हल्द्वानी के देवलचौड़ में चैकिंग के दौरान घायल हुए चौकी इंचार्ज नरेश पाल सिंह ने बरेली के राममूर्ति अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। नरेश की मौत की खबर से उनके परिवार और पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। बता दें कि नरेश मुरादाबाद के मूल निवासी थे। उनका परिवार काशीपुर में रह रहा है। हादसे से सप्ताह भर पहले ही हल्द्वानी के ट्रांसपोर्ट नगर चौकी में नरेश पाल की चौकी प्रभारी के रुप में तैनाती हुई थी।

हल्द्वानी कोतवाली में दी जाएगी अंतिम सलामी

बता दें कि रात साढ़े 12 बजे चेकिंग कर रहे टीपीनगर चौकी इंचार्ज नरेश पाल सिंह को बाइक सवार युवक टक्कर मारकर फरार हो गए थे। टक्कर में नरेश के सिर पर गहरी चोट आने के कारण काफी खून बह गया था जिसके चलते उन्हें बेहतर इलाज के लिए हल्द्वानी के निजी अस्पताल से बरेली के राममूर्ति रैफर कर दिया गया था। जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी।

हल्द्वानी- हादसे में घायल चौकी इंजार्च नरेश पाल ने तोड़ा दम, नम हो गई बैच के दरोगाओं की आंखे

सिर पर गहरी चोट लगने के कारण ऑपरेशन के 24 घंटे बाद भी उन्हें होश नहीं आया था। जिसके बाद आज उनकी मौत की खबर ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया। सीओ डीसी ढौंडियाल ने बताया कि नरेश के पार्थिव शरीर को अंतिम सलामी के लिए हल्द्वानी लाया जाएगा। प्रशासन द्वारा उनको अंतिम सलामी हल्द्वानी कोतवाली में दी जा सकती है। नरेश के पार्थिव शरीर को बरेली से हल्द्वानी लाने के लिए कई कोतवालों को भेजा जा रहा है।

संगीन धाराओं में होगा मुकदमा दर्ज

नरेश पाल सिंह को टक्कर मारकर फरार हुए बाईक सवार दोनो युवकों को पुलिस ने घटना के बाद गिरफ्तार कर लिया है। घटना की रात के बाद से ही पुलिस इन दोनो की तलाश में जुट गई थी। पुलिस द्वारा लगातार घटना स्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही थी। सीओ ढौंडियाल की माने तो नरेश की मौत के बाद दोनो बाइक सवारों के उपर लगाई गई धाराओं को बढ़ाया जाएगा। दोनो आरोपी गोरापड़ाव क्षेत्र के रहने वाले है।

कहानी सुनाते-सुनाते भावुक हुए बैचमेट

नरेश की मौत की खबर ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया है। इसी बीच हमारी बात नरेश के बैच मेट प्रमोद पाठक से हुई, प्रमोद की माने तो नरेश और वे 20 दिसंबर 2009 में एक साथ मुरादाबाद में ट्रेनिंग के लिए पहुंचे थे। जहां नरेश दिखने में सबसे अलग थे। उनकी माने तो नरेश पाल के ऊपर वर्दी काफी खिलती थी। मुरादाबाद सैंटर में ट्रेनिंग के वक्त का

हल्द्वानी- हादसे में घायल चौकी इंजार्च नरेश पाल ने तोड़ा दम, नम हो गई बैच के दरोगाओं की आंखे

वाक्या बताते हुए प्रमोद पाठक ने बताया कि ट्रेनिंग ग्राउंड में एक बार नरेश को सब ट्रेनिंग हेड समझने लगे, ऐसा इसलिये क्योंकि वर्दी में वे बहुत खूबसूरत दिखते थे। लेकिन ट्रेनिंग के वक्त जब नरेश हाफ पैंट में ग्राउंड में आये तो उनको सच्चाई का पता चला। जिसके बाद से ही ये दोनों अच्छे दोस्त है। नरेश की बाते बताते-बताते प्रमोद भावुक हो गए उनकी आंखों से आसू छलक पड़े।