हल्द्वानी-हरदा ने इसलिए पंचायत व्यवस्था की अनदेखी पर उठाये सवाल, किया 11 मिनट का अनोखा तप

हल्द्वानी-एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आजअपने फेसबुक वॉल पर लिखा कि पंचायती व्यवस्था की अनदेखी करने के लिये ग्राम प्रधानों को ऐसे काम सौंपने के लिये, जो काम उनके लिये वैमनस्य पैदा करें। किसी प्रकार की उनको आर्थिक मदद न देने, एक पूर्ण उपेक्षा के भाव के खिलाफ मेरे कुछ दोस्त, जोतसिंह
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हल्द्वानी-हरदा ने इसलिए पंचायत व्यवस्था की अनदेखी पर उठाये सवाल, किया 11 मिनट का अनोखा तप

हल्द्वानी-एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आजअपने फेसबुक वॉल पर लिखा कि पंचायती व्यवस्था की अनदेखी करने के लिये ग्राम प्रधानों को ऐसे काम सौंपने के लिये, जो काम उनके लिये वैमनस्य पैदा करें। किसी प्रकार की उनको आर्थिक मदद न देने, एक पूर्ण उपेक्षा के भाव के खिलाफ मेरे कुछ दोस्त, जोतसिंह के नेतृत्व में जो पंचायती व्यवस्था के मुखर प्रवक्ता हैं। एक घंटे का तपती दोपहर में तप कर रहे हैं। मई की चिलचिलाती धूप में भी उनका साथ दूंगा। इससे एकटजुटता जाहिर होगी। हरीश रावत ने एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि वह 11 मिनट का तप करेंगे।

हल्द्वानी-हरदा ने इसलिए पंचायत व्यवस्था की अनदेखी पर उठाये सवाल, किया 11 मिनट का अनोखा तप
बता दें कि वर्तमान में देश के कई राज्यों से प्रवासी पहाड़ों को लौट रहे है। ऐसे में बिना किसी जिम्मेदारी के उनके क्वारंटीन की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी जा रही है। इसी को लेकर प्रदेश भर में कांग्रेस मुखर है। आज प्रदेश भर में कांग्रेसियों ने इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि प्रधानों को प्रवासियों को क्वारंटीन कराने के लिए धनराशि उपलब्ध कराई जाय। जिससे पचायत प्रतिनिधियों की छवि धूमिल न हो। प्रवसियों के क्वारंटीन की जिम्मेदारी अधिकारियों को सौंपी जाय। ग्रामीण क्षेत्रों में होम क्वारंटीन होना संभव नहीं है। जिन प्रवासियों के रहने-खाने की व्यवस्था के लिए सरकार द्वारा कोई धनराशि नहीं दी गई है। उन्हें पहाड़ लौटने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में आज हरीश रावत ने अपने आवास पर 11 मिनट का दोपहर की तपती धूप में तप किया।