हल्द्वानी-गुरू द्रोणा पब्लिक स्कूल एडमिशन शुरू, इसलिए बना अभिभावकों की पहली पसंद

रामपुर रोड स्थित गुरू द्रोणा पब्लिक स्कूल में एडमिशन शुरू हो चुके है। सुविधाओं से लैस स्कूल में बच्चों के लिए एक खास वातावरण बनाया गया है। मात्र पांच साल में गुरू द्रोणा पब्लिक स्कूल ने हल्द्वानी के बड़े स्कूलों की श्रेणी मेें अपना नाम दर्ज कराया है। यह स्कूल एक से आठवीं तक छात्रों
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हल्द्वानी-गुरू द्रोणा पब्लिक स्कूल एडमिशन शुरू, इसलिए बना अभिभावकों की पहली पसंद

रामपुर रोड स्थित गुरू द्रोणा पब्लिक स्कूल में एडमिशन शुरू हो चुके है। सुविधाओं से लैस स्कूल में बच्चों के लिए एक खास वातावरण बनाया गया है। मात्र पांच साल में गुरू द्रोणा पब्लिक स्कूल ने हल्द्वानी के बड़े स्कूलों की श्रेणी मेें अपना नाम दर्ज कराया है। यह स्कूल एक से आठवीं तक छात्रों को शिक्षा प्रदान कर रहा है। इसके अलावा स्कूल में समय-समय प्रतियोगी परीक्षाएं और रंगारंग कार्यक्रमों से बच्चों को प्रेरित करने का काम किया जाता है। जिससे बच्चों में आगे बढऩे की ललक बढ़ती है। आज गुरू द्रोणा स्कूल ने अपना एक अलग नाम कमाया है। इसी विशेषता के चलते यह स्कूल अभिभावकों की पहली पसंद बना है।

हल्द्वानी-गुरू द्रोणा पब्लिक स्कूल एडमिशन शुरू, इसलिए बना अभिभावकों की पहली पसंद

 

जानकारी देते हुए स्कूल के डायरेक्टर सुंदर सिंह बोरा ने बताया कि स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ 5वीं और छठीं क्लास के बच्चों को सैनिक स्कूल की तैयारी भी करायी जाती है। जिससे बच्चे इस प्रतियोगी परीक्षा का हिस्सा बन सकें। स्कूल कैंपस सीसीटीवी से लैस है। इसके अलावा स्कूल बसों में सीसीटीवी कैमरे लगे है और वह जीपीएस से लैस है। जिससे बच्चे सुरक्षित रह सकेें। स्कूल में म्यूजिक रूम की व्यवस्था है। लाइब्रेरी में बच्चों को ज्ञानवर्धन पुस्तकें पढऩे को मिलती है। बच्चों के खेलने के लिए शानदार मैदान है।

हल्द्वानी-गुरू द्रोणा पब्लिक स्कूल एडमिशन शुरू, इसलिए बना अभिभावकों की पहली पसंद

उन्होंने बताया कि हमारे यहां हर साल बच्चों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इसका मुख्य कारण स्कूल का बेहतर वातावरण, सुलझे हुए शिक्षक और स्मार्ट क्लासों का होना है जो बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने बताया कि हमारा लक्ष्य हर बच्चें को शिक्षित करना है। जिससे उनका भविष्य उज्जवल हो सके। उन्होंने बताया कि स्कूल दूर होने के बावजूद भी दूर-दूर से बच्चें यहां पढऩे आते है।