हल्द्वानी- सरकार के पास धनराशि की कमी नहीं-डीएम, ऐसे मिलेंगा शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ

हल्द्वानी- जिलाधिकारी सविन बंसल के प्रयासों से बीडी पाण्डे चिकित्सालय नैनीताल महिला, बीडी पाण्डे पुरूष, सोबन सिह जीना बेस चिकित्सालय हल्द्वानी के अलावा स्व. रामदत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय रामनगर में जिलाधिकारी द्वारा आधुनिकतम उपकरण, मरीजों व तीमारदारों के लिए उचित दरों पर शुद्व भोजन, औषधियों की उपलब्धता, मरीजों को अनावश्यक रैफर ना किये जाने की
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हल्द्वानी- सरकार के पास धनराशि की कमी नहीं-डीएम, ऐसे मिलेंगा शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ

हल्द्वानी- जिलाधिकारी सविन बंसल के प्रयासों से बीडी पाण्डे चिकित्सालय नैनीताल महिला, बीडी पाण्डे पुरूष, सोबन सिह जीना बेस चिकित्सालय हल्द्वानी के अलावा स्व. रामदत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय रामनगर में जिलाधिकारी द्वारा आधुनिकतम उपकरण, मरीजों व तीमारदारों के लिए उचित दरों पर शुद्व भोजन, औषधियों की उपलब्धता, मरीजों को अनावश्यक रैफर ना किये जाने की व्यवस्था, चिकित्सालय भवनों की आवश्यक मरम्मत, सौन्दर्यीकरण, क्षतिग्रस्त शौचालयों का पुन: निर्माण, आईसीयू, एचडीयू की व्यवस्था, पैथोलॉजी लैब में नये उपकरणों के साथ ही निरंतर सैम्पल टैस्टिंग की व्यवस्था बनाई गई है।

हल्द्वानी- सरकार के पास धनराशि की कमी नहीं-डीएम, ऐसे मिलेंगा शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ
डीएम बंसल द्वारा जनस्वास्थ्य को प्राथमिकता मानते हुए अंटाइड फंड की लगभग 60 प्रतिशत धनराशि सरकारी अस्पतालों की व्यवस्थाओं एवं उच्चीकरण पर व्यय की है। उन्होंने स्वास्थ्य महकमे की योजनाओं को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने वाली आशा कार्यकत्रियों के लिए आशा घरों की भी स्थापना कराई है ताकि आशा कार्यकत्री अपना कार्य सुविधाजनक तरीके से सम्पन्न कर सकें। स्वस्थ्य मां एवं बच्चा राष्ट्र के विकास में अमूल्य योगदान कर सकते है। यह बात जिलाधिकारी सविन बंसल ने देर रात शिविर कार्यालय में बैठक के दौरान कही। उन्होंने कहा कि एनएचएम से स्वास्थ्य के क्षेत्र में संचालित जनकल्याणकारी कार्यक्रमों में नवीनता आयी है।

डीएम बंसल ने कहा कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना के अन्तर्गत 31 करोड़ 38 लाख की धनराशि कई स्वास्थ्य कार्यक्रमों के संचालन के साथ ही जनस्वास्थ्य पर व्यय की जायेगी। उन्होंने बताया कि विगत वर्ष इस योजना के तहत 29 करोड़ 24 लाख की धनराशि व्यय की गई थी। उन्होंने बताया कि जच्चा-बच्चा योजना, जननी सुरक्षा योजना, परिवार कल्याण तथा शिशु देखभाल पर 3 करोड़ 67 लाख, बाल स्वास्थ्य पर 83.96 लाख, परिवार कल्याण कार्यक्रमों पर 66.76 लाख, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम पर एक करोड़ 35 लाख, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम पर एक करोड़ 33 लाख की धनराशि व्यय की जायेगी।

उन्होने बताया कि पीसीपीएनडीटी के लिए 2.45 लाख, आशा के लिए दो करोड़ 48 लाख, अन्टाइड फंड के लिए एक करोड 36 लाख, हैल्थ एवं वैलनेश सेंटरों के लिए 2 करोड़ 43 लाख, ब्लैड बैक व्यवस्थाओं के लिए 21.21 लाख, राष्ट्रीय शहरीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के लिए 1 करोड़ 19 लाख, एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के लिए 23.68 लाख, राष्ट्रीय वायरल हैपीटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम के लिए 4.45 लाख, रैबीज कन्ट्रोल कार्यक्रम के लिए 2 लाख, राष्ट्रीय क्षयरोग नियंत्रण कार्यक्रम के 1 करोड़ 78 लाख, कैंसर, डाइविटीज, कार्डिंयो वेस्ट कुलर डिजीज नियंत्रण के लिए 19.46 लाख, राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के लिए 9.15 लाख, अंधता निवारण कार्यक्रम के लिए 55.63 लाख की धनराशि का प्राविधान किया गया है।

डीएम बंसल ने देर रात राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की समीक्षा के दौरान अधिकारियों से कहा कि केन्द्र सरकार तथा प्रदेश सरकार की ओर से धनराशि की कोई कमी नहीं है ऐसे में हमें माइक्रोप्लान बनाकर नई कार्य संस्कृति से कार्य करना होगा ताकि शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को विशेषकर गरीबों, महिलाओं तथा बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सेवायें मिल सकें। उन्होंने कहा प्रतिरक्षण कार्यक्रमों को विशेष गति देेते हुए आवश्यक अनुश्रवण किया जाए तथा विशेष अभियान चलाकर गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों का टीकाकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि महिलाओं बच्चों, आंगनबाड़ी के बच्चों तथा विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों का समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए तथा आशा कार्यकत्रियों के माध्यम से जनस्वास्थ्य की योजनाओं की जानकारी ग्रामीण क्षेत्रों मे दी जाए तथा संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित करने लिए गर्भवती महिलाओं को जानकारी दी जाए।

चिकित्साधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि अन्टाइड फंड में उपलब्ध धनराशि का चिकित्सालयों की बेहतरी के भवन सुधार, ऑपरेशन थियेटर व्यवस्था तथा आधुनिकतम उपकरण क्रय करने के लिए उपयोग किया जाए। महिला चिकित्सालय हल्द्वानी में पैथोलॉजी लैब की स्थापना किया जाना जरूरी है, ऐसे में पैथोलाजी लैब की स्थापना के लिए आवश्यक उपकरणों आदि की सूची एवं व्यय का आंगणन प्रस्तुत करें ताकि धनराशि एनएचएम तथा जिला योजना से व्यवस्था की जा सके। इस दौरान बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. भारती राणा, चिकित्साधीक्षक डा. हरीश लाल, डा. भागीरथी जोशी, डा. एचएस धामी, डा. वीके पुनेरा, डा. बीडी जोशी, मुख्य कोषाधिकारी अनिता आर्या, एसीएमओ डा. रश्मि पंत, डा. तरूण कुमार टम्टा आदि मौजूद थे।