हल्द्वानी-भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में बुजुर्गों को ऐसे निशाना बनाता था ये गैंग, वारदात के बाद इस जिले में बनाया था ठिकाना

Haldwani News-विगत 24 अक्टूबर को बृहस्पति बाजार में एक बाइक सवारा बदमाशों ने एक महिला की चैन झपट ली। महिला से लूट की तहरीर उनके पति ने आरटीओ रोड चौकी में दी। झपट्टेमारी की सूचना पर चौकी इंचार्ज निर्मल लटवाल ने सजगताव दिखाई। झपट्टेमारों तक पहुंचने के लिए पुलिस ने टीम का गठन किया। घटनास्थल
 | 
हल्द्वानी-भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में बुजुर्गों को ऐसे निशाना बनाता था ये गैंग, वारदात के बाद इस जिले में बनाया था ठिकाना

Haldwani News-विगत 24 अक्टूबर को बृहस्पति बाजार में एक बाइक सवारा बदमाशों ने एक महिला की चैन झपट ली। महिला से लूट की तहरीर उनके पति ने आरटीओ रोड चौकी में दी। झपट्टेमारी की सूचना पर चौकी इंचार्ज निर्मल लटवाल ने सजगताव दिखाई। झपट्टेमारों तक पहुंचने के लिए पुलिस ने टीम का गठन किया। घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों को चेक किया गया। जिसमें संदिग्धों को जाते देखा गया। विगत दिवस पुलिस ने दोनों को धर दबोचा तथा की चैन के टूकड़े भी बरामद किये।

हल्द्वानी-भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में बुजुर्गों को ऐसे निशाना बनाता था ये गैंग, वारदात के बाद इस जिले में बनाया था ठिकाना
पुलिस ने बताया कि विगत दिवस वाहन चेकिंग के दौरान बाइक संख्या यूके-06जेड-0166 सीबीजेड एक्सट्रीम को रोक तो दोनों हड़बड़ा गये। पूछताछ में एक ने अपना नाम मंगल पुत्र श्यामलाल निवासी खुरपिया गेट थाना किच्छा उधम सिंह नगर बताया जबकि दूसरे ने अपना नाम विक्की पुत्र विजय सिंह निवासी शांतिपुरी गेट के पास थाना पंतनगर उधम सिंह नगर बताया। तलाशी में दोनों के पास से सोने की चैन के टुकड़े बरामद हुए। इस पर पुलिस को दोनों पर शक हुआ सख्ती से पूछताछ में उन्होंने बताया कि यह सोने की चैन 24 अक्टूबर को बृहस्पति बाजार में एक वृद्ध महिला के गले से लूटी थी से लूटी थी। आज वह इसे बेचने बाजार आये थे लेकिन बिना आईडी के किसी ने चैन नहीं खरीदी। इस दौरान घर वापसी पर हमने भी झपट्टेमारी की योजना बनाई। लेकिन यहां पुलिस ने हमें पकड़ लिया।

पुलिस ने बताया कि इससे पहले मंगल पहले भी वारदातों को अंजाम दे चुका है। जबकि विक्की नया-नया आया हुआ। यह किच्छा में पोपडिय़ों में रहते थे। इसमें से एक ठेला लगाकर सामान बेचा करता था। आमदनी न होने के चलते उसने अपराधजगत में कदम रखाा। दोनों शातिरों ने पूछताछ में बताया कि ऊधमसिंह नगर में पकड़े जाने के डर से उन्होंने वहां वारदातों को अंजाम देना उचित नहीं समझा। इसलिए उन्होंने हल्द्वानी शहर का रूख किया। यहां भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में बुजुर्ग महिलाओं को निशाना बनाने की योजना बनाई। लेकिन पहली वारदात के बाद वह पकड़े गये।