हल्द्वानी- DM के इस कदम से बदल जाएगी सरकारी अस्पतालों की तस्वीर, मरीजों के ऐसे करेंगे सीधी बात

हल्द्वानी न्यूज- जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों को लंबे समय से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों और उनके साथ आये परिजनों को अक्सर शिकायत रहती थी कि अस्पतला में हो रही असुविधाओं की सुध लेने वाला कोई नहीं है। यहां के डॉक्टर स्टॉफ लगातार अपनी मनमरजी करते है। इन
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हल्द्वानी- DM के इस कदम से बदल जाएगी सरकारी अस्पतालों की तस्वीर, मरीजों के ऐसे करेंगे सीधी बात

हल्द्वानी न्यूज- जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों को लंबे समय से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों और उनके साथ आये परिजनों को अक्सर शिकायत रहती थी कि अस्पतला में हो रही असुविधाओं की सुध लेने वाला कोई नहीं है। यहां के डॉक्टर स्टॉफ लगातार अपनी मनमरजी करते है। इन सभी शिकायतों का संज्ञान लेते हुए नैनीताल जिलाधिकारी ने ऐसे मामलों मे त्वरित कार्यवाही के लिए जिलास्तर पर कन्ट्रोल रूम स्थापित किया है। जिसके साथ ही सभी अस्पतालों की दिवारों पर कन्ट्रोल रूम का नबंर भी चसपा किया है।

इन नबंरो पर दर्ज करायें अपनी शिकायत

बता दें कि बेहतर जनस्वास्थ्य एवं लोगों को सरकारी अस्पतालों मे हो रही दिक्कतों के समाधान के लिए जिलाधिकारी सविन बंसल काफी संजीदा है। उन्होने पाया कि मरीजों और उनके तीमारदारों की शिकायतों एवं समस्याओं के निराकरण के लिए कोई भी ऐसा प्लेटफार्म नही है जहां वे अपनी समस्या या शिकायत दर्ज करा सकें। डीएम बसंल ने बताया कि कोई भी मरीज या तीमारदार अस्पताल की सेवाओं, डाक्टरों एवं कर्मचारियों के व्यवहार, सफाई व्यवस्था, बाहर से दवा लिखने, सुविधा शुक्ल मांगने, सही तरह ईलाज न करने, अनावश्यक परेशान करने, आयुष्मान कार्ड होने के बाद सुविधा न देने, खराब गुणवत्ता का भोजन सप्लाई करने, जेनेरिक दवाइयां न देने के अलावा अस्पताल की अन्य अव्यवस्थाओं से असंतुष्ट है।

हल्द्वानी- DM के इस कदम से बदल जाएगी सरकारी अस्पतालों की तस्वीर, मरीजों के ऐसे करेंगे सीधी बात

तो वह शिकायत कन्ट्रोल रूम के 05943-231178 या 237779 अथवा 1077 पर दर्ज करा सकते हैं। उन्होने बेस चिकित्सालय हल्द्वानी,महिला चिकित्सालय हल्द्वानी, रामदत्त जोशी चिकित्सालय रामनगर एवं रैमजे चिकित्सालय नैनीताल एवं जिले के अन्य सरकारी अस्पतालों मे कंट्रोल रूम के नम्बर चस्पा करने के आदेश जारी किए है। उन्होंने कहा कि यह नम्बर रोगी पंजीकरण कक्ष, औषधि वितरण कक्ष, इमरजेंसी, प्राइवेट वार्ड,पैथोलौजी पर बडे शब्दों के अक्षरों में अंकित किया जाए। यह व्यवस्था तीन दिन के भीतर प्रभावी कर दी जाए।