हल्द्वानी-जिले में सभी सरकारी कर्मचारियों के बनेंगे कार्ड, जल्द इन दो स्थानों पर होगी सेवा शुरू

हल्द्वानी-जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि राज्य सरकार स्वास्थ्य योजना के तहत राज्य के अधिकारियों, कर्मचारियों, पेंशनरों तथा उनके आश्रितों के गोल्डन कार्ड बनाये जाने का कार्य गतिमान है। उन्होंने कहा कि जनपद के शत-प्रतिशत अधिकारियों, कर्मचारियों, पेेंशनरों तथा उनके आश्रितों के शत-प्रतिशत गोल्डन कार्ड बनाये जाने लिए गोल्डन कार्ड निर्माण केन्द्रों में वृद्धि की
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हल्द्वानी-जिले में सभी सरकारी कर्मचारियों के बनेंगे कार्ड, जल्द इन दो स्थानों पर होगी सेवा शुरू

हल्द्वानी-जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि राज्य सरकार स्वास्थ्य योजना के तहत राज्य के अधिकारियों, कर्मचारियों, पेंशनरों तथा उनके आश्रितों के गोल्डन कार्ड बनाये जाने का कार्य गतिमान है। उन्होंने कहा कि जनपद के शत-प्रतिशत अधिकारियों, कर्मचारियों, पेेंशनरों तथा उनके आश्रितों के शत-प्रतिशत गोल्डन कार्ड बनाये जाने लिए गोल्डन कार्ड निर्माण केन्द्रों में वृद्धि की गई है ताकि लोग सुविधा पूर्वक अपने तथा अपने आश्रितों को कार्ड बनवा सकें। उन्होंने बताया कि जिले के उपकोषागार, रामगनर, उपकोषागार कोश्याकुटौली तथा आईटीआई परिसर हल्द्वानी में गोल्डन कार्ड बनाने के नये केन्द्र सक्रिय कर दिये गये है। उन्होंने कहा कि जिले के कालाढूंगी तथा बेतालघाट में गोल्डन कार्ड केन्द्र सक्रिय किये जाने की कार्यवाही शासन स्तर पर गतिमान हैै। जल्द ही कालाढंूगी तथा बेतालघाट में भी कार्ड बनाने का कार्य प्रारम्भ हो जायेगा।

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जानकारी देते हुए जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया है कि गोल्डन कार्ड जिले में कार्यरत सभी विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों, पेशनरों तथा उनके आश्रितों के लिए बनाया जाना शासन द्वारा अनिवार्य कर दिया है। सभी विभागों के आहरण वितरण अधिकारी इस बात को सुनिश्चित करें कि उनके अधीनस्थ तथा स्वयं उनके आश्रितों के गोल्डन कार्ड अवश्य बन जाएं। बंसल ने बताया कि इसके लिए जिले में गोल्डन कार्ड बनाने का कार्य जिला कोषागार नैनीताल, विकास भवन भीमताल, उपकोषागार हल्द्वानी तथा तहसील हल्द्वानी में प्रारम्भ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जिले के अन्य स्थानों पर गोल्डन कार्ड बनाये जाने की जल्द ही व्यवस्था प्रारम्भ की जायेगी। ऐसे में संबन्धित कर्मचारी अपने नजदीकी केन्द्र में जाकर आश्रितों का कार्ड बनवायें।

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उन्होंने बताया कि इस कार्ड के जरिये अस्पताल में भर्ती होने पर केशलैस उपचार की सुविधा मिलेगी, उपचार में व्यय की कोई अधिकतम सीमा नहीं, सूचीबद्ध निजी चिकित्सालयों में सीधे उपचार की सुविधा होगी। उपचार हेतु रैफरल करना आवश्यक नहीं है। प्रदेश के बाहर किसी भी सूचीबद्ध चिकित्सालय निशुल्क उपचार की सुविधा मिलेगी तथा ओपीडी में उपचार कराये जाने पर चिकित्सा व्यय पूर्ति की व्यवस्था इस योजना में की गई है। जानकारी देते हुए मुख्य कोषाधिकार अनीता आर्या ने बताया कि जिले में लगभग 20 हजार राजकीय कर्मचारी कार्यरत हैं तथा लगभग 16 हजार पेंशनर हैं इन सभी को जिले के विभिन्न कोषागारों से वेतन तथा पेंशन का भुगतान किया जा रहा है। आर्या ने बताया कि जिले में लगभग 4 हजार गोल्डन कार्ड बन चुके है जिसमे से 2800 सौ कार्ड अधिकारियों, कर्मचारियों तथा 1200 गोल्डन कार्ड पेंशनरों के बन चुके है।