हल्द्वानी- बच्ची की मौत पर सरकार और प्रशासन को इंदिरा की चेतावनी, अगर प्रवासियों की मौत हुई तो कांग्रेस उठायेंगी ये बड़ा कदम

हल्द्वानी-नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने आज अपने एक बयान में कहा कि प्रदेश में क्वारंटाइन सेंटर्स की बदहाली से लोग पीडि़त है। इससे लोग और बीमार हो रहे है। क्वारंटाइन सेंटर्स की बदहाली पर सिस्टम पूरी तरह लापरवाह है। इसी लापरवाही के चलते विगत दिवस 6 वर्ष की बच्ची की मौत हो गई। इससे साफ
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हल्द्वानी- बच्ची की मौत पर सरकार और प्रशासन को इंदिरा की चेतावनी, अगर प्रवासियों की मौत हुई तो कांग्रेस उठायेंगी ये बड़ा कदम

हल्द्वानी-नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने आज अपने एक बयान में कहा कि प्रदेश में क्वारंटाइन सेंटर्स की बदहाली से लोग पीडि़त है। इससे लोग और बीमार हो रहे है। क्वारंटाइन सेंटर्स की बदहाली पर सिस्टम पूरी तरह लापरवाह है। इसी लापरवाही के चलते विगत दिवस 6 वर्ष की बच्ची की मौत हो गई। इससे साफ होता है सरकार और सिस्टम की लापरवाही से परिजनों ने अपनी मासूम बच्च्ी को खो दिया। हैरानी की बात यह है कि अभी तक उस परिवार को मुआवजा और मदद तो देना दूर की बात है। सरकार ने खेद तक प्रकट नहीं किया।

हल्द्वानी- बच्ची की मौत पर सरकार और प्रशासन को इंदिरा की चेतावनी, अगर प्रवासियों की मौत हुई तो कांग्रेस उठायेंगी ये बड़ा कदम

नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ने इतनी भीषण गर्मी में ग्रामीण क्षेत्रों में बनाये गये क्वारंटाइन सेंटर में शुद्ध पेयजल, बिजली तथा शौचालय जैसी मूलभूत सुविधायें तक उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचकर प्रवासी अपने घर की ओर भाग रहे। प्रवासी कोरोना से तो बच गये लेकिन सरकार और सिस्टम की लापरवाही से हार गये है। उन्होंने सरकार और सिस्टम पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि क्या सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में क्वारंटाइन सेंटर बनाये गये प्राइमरी स्कलों की व्यवस्था का निरीक्षण किया। कहा कि जिला प्रशासन ने प्रोजेक्टर पर व्यवस्था दिखाकर मुख्यमंत्री को गुमराह करने का काम किया। सत्तारूढ़ पार्टी के प्रतिनिधियों ने भी मुख्यमंत्री को सही स्थिति से अवगत नहीं कराया।

चापलूसी की सीमा की हद पार करते हुए मोदी चालीसा का गुणगान कर प्रदेश की जनता को धोखा देने का कार्य किया है। कोरोना महामारी के कारण जनता भूख तथा बेरोजगारी से पीडि़त है, सरकार की जिम्मेदारी है कि वह गंभीरता से सभी समस्याओं का समाधान करें। ग्राम प्रधानों एवं पंचायत प्रतिनिधियों को क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था के लिये कोई भी धनराशि नहीं दी गयी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उनके कंधों पर प्रवासियों का बोझ लादकर शासन-प्रशासन बेपरवाह हो गया है। ट्रेनों से लौट रहे प्रवासी यात्रा के दौरान पानी तक को तरस रहे है ।

उन्होंने कहा कि इसलिए सरकार तत्काल दूसरे प्रदेश से आ रहे प्रवासियों को राशन किट, उचित चिकित्सा सुविधा तथा कम से कम 10 हजार रूपये की सहायता तत्काल उपलब्ध कराये। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि एक राष्ट्रीय पार्टी की सदस्य होने के नाते शासन-प्रशासन को चेतावनी देती हूं कि यदि लापरवाही से प्रवासियों की मौत होगी तो पूरे राज्य में कांग्रेस पार्टी आक्रामक रूप अपनाने को बाध्य होगी। कांग्रेस गरीब जनता एवं प्रवासियों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि बेतालघाट में हुई बच्ची की मौत की जिम्मेदारी शासन-प्रशासन ले। उन्होंने कहा कि उसके परिवार को पांच लाख रूपये की सहायता प्रदान की जाय।