हल्द्वानी-7 दिनों में यह कुमाऊंनी गीत हुआ 2 लाख के पार, आप भी सुनिये हल्द्वानी की बेटी की सुरीली आवाज

Haldwani News-(जीवन राज)–उत्तराखंड की लोक संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए एक के बढक़र एक कलाकार सामने आ रहे है। प्रदेश में प्रतिभाएं तो बहुत हैं, बस उन्हें मंच देने की जरूरत रहती है। मौका मिलते ही वह स्टिेज हिल्ला देते है। उत्तराखंडी संगीत में अक्सर कुमाऊंनी गीतों में सफलता बड़े देर से मिलती है।
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हल्द्वानी-7 दिनों में यह कुमाऊंनी गीत हुआ 2 लाख के पार, आप भी सुनिये हल्द्वानी की बेटी की सुरीली आवाज

Haldwani News-(जीवन राज)उत्तराखंड की लोक संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए एक के बढक़र एक कलाकार सामने आ रहे है। प्रदेश में प्रतिभाएं तो बहुत हैं, बस उन्हें मंच देने की जरूरत रहती है। मौका मिलते ही वह स्टिेज हिल्ला देते है। उत्तराखंडी संगीत में अक्सर कुमाऊंनी गीतों में सफलता बड़े देर से मिलती है। लेकिन कुछ प्रतिभाएं ऐसे होती हैं जो पहले ही राउंड में बाजी मार जाती है। दो सगी बहनों ने उत्तराखंडी संगीत में कदम रखते हुए धमाल मचा दिया। जिनका नाम आज हर किसी की जुबां पर छाया है। जिसके बाद लोकगायक इन्दर आर्य के साथ आये उनके गीत मेरो लहंगा-2 को केवल चार दिनों में यू-ट्यूब पर 2 लाख से भी ज्यादा लोग देख चुके हैं। अपनी पहली सफलता में गायकी ज्योति आर्या काफी खुश नजर आयी। अभी तक यू-ट्यूब पर उनके गीत को 200000 व्यूज मिल चुके है।

हल्द्वानी-7 दिनों में यह कुमाऊंनी गीत हुआ 2 लाख के पार, आप भी सुनिये हल्द्वानी की बेटी की सुरीली आवाज

न्यूज टुडे से खास बातचीत मेंं लोकगायिका ज्योति आर्या ने बताया कि बचपन से उन्हें गाने का शौक था। वह अक्सर पहाड़ी गाने सुनते थी। लोकगायकों को सुनते-सुनते उनमें में गाने की ललक जागी तो उन्होंने गाना शुरू किया। उनका साथ देने उनकी बड़ी बहन भावना आर्या भी आगे आयी। इसके बाद विगत महीनों दोनों बहनों का पहला गीत रिलीज हुआ डीजे में नाचुला। इस गीत को दर्शकों ने खूब पसंद किया।

उत्तराखंडी संगीत में पहली बार दो सगी बहनों अपनी सुरीली आवाज से धमाल मचा दिया। यह गीत इंद्रर आर्या के चैनल से रिलीज हुआ है। इसके बाद 14 नवंबर को लोकगायक इंद्रर आर्या और ज्योति आर्या का गीत मेरो लहंगा-2 रिलीज हुआ। रिलीज होते ही इस गीत ने पूरे उत्तराखंड में धमाल मचा है। एक बार फिर ज्योति ने अपनी सुरीली आवाज से दर्शकों का दिल जीत लिया।

हल्द्वानी-7 दिनों में यह कुमाऊंनी गीत हुआ 2 लाख के पार, आप भी सुनिये हल्द्वानी की बेटी की सुरीली आवाज

ज्योति आर्या ने बताया कि उनके पिता गणेश राम सरकारी नौकरी में है जो इस समय आसाम में तैनात है जबकि माता दीपा देवी गृहणी है। वह मूलरूप से गरमपानी के रहने वाले है। कई वर्षों से अब दमुवाढूंगा के निवासी है। उनके परिवार में दोनों बहनों को गाने का शौक है। माता-पिता ने भी उनका सपोर्ट किया। उन्होंने बताया कि जल्द ही उनकी बड़ी बहन भावना आर्या का एक नया गीत रिलीज होने वाला है। साथ ही उनके भी कई अन्य गीत शीघ्र दर्शकों के बीच आयेंगे। अपनी सफलता का श्रेष्य उन्होंने अपने माता-पिता को दिया है। उनके गीत मेरो लहंगा-2 ने खूब धमाल मचा रखा है। जिस तरह से उन्हें अपने पहले ही प्रयास में सफलता मिली है। उससे साफ होता है कि आने वाले समय में उनका नाम सुपरस्टार लोकगायिकाओं की श्रेणी में शामिल होगा।