हल्द्वानी- शहीद जवानों के बच्चो को सरकार दें फ्री शिक्षा, परिवारों की देखरेख के लिए उठाएं ये कदम

हल्द्वानी- न्यूज टुडे नेटवर्क: पुलवामा आत्मघाती हमले में शहीद हुए पैरा मिरीटिकल फोर्स सीआरपीएफ के 44 जवानों के पार्थिव शरीर उनके घर पहुंच चुके है। पाकिस्तान की इस शर्मनाक हरकत के बाद पूरे देश की जनता बदले की आग में झुलस रही है। हर कोई इस दुख की घड़ी में अपने शहीद फौजी भाईयों के
 | 
हल्द्वानी- शहीद जवानों के बच्चो को सरकार दें फ्री शिक्षा, परिवारों की देखरेख के लिए उठाएं ये कदम

हल्द्वानी- न्यूज टुडे नेटवर्क: पुलवामा आत्मघाती हमले में शहीद हुए पैरा मिरीटिकल फोर्स सीआरपीएफ के 44 जवानों के पार्थिव शरीर उनके घर पहुंच चुके है। पाकिस्तान की इस शर्मनाक हरकत के बाद पूरे देश की जनता बदले की आग में झुलस रही है। हर कोई इस दुख की घड़ी में अपने शहीद फौजी भाईयों के परिवारों की मदद के लिए आगे बढ़ रहा है। ऐसे में कई भारतीय क्रिकेटरों के बयान भी सामने आये है। जिसमें उनके द्वारा शहीद जवानों के बच्चों की पढ़ाई का खर्चा उठाने की बात कही गई है। इसी बात का जवाब देते हुए और शहीद सैनिकों के प्रति दुख जाहिर करते हुए कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने इन बच्चों की पढ़ाई के लिए सरकार द्वारा ठोस कदम उठाएं जाने की बात कही है।

हल्द्वानी- शहीद जवानों के बच्चो को सरकार दें फ्री शिक्षा, परिवारों की देखरेख के लिए उठाएं ये कदम

यह भी पढ़ेंशिमला-इस कश्मीरी युवक को थी पुलवामा हमले की जानकारी!, आतंकी आदिल की फेसबुक पोस्ट पर लिखे थे ये शब्द

शहीद सैनिकों के बच्चों को मिले आरक्षण

उन्होंने इन बच्चों की पढ़ाई के लिए खर्चा किसी और को नहीं बल्कि खुद सरकार द्वारा किए जाने की बात कही है। हल्द्वानी पहुंचे सांसद टम्टा ने कहा कि आर्मी के अलावा सभी पैरा मिरीटिकल फोर्स के शहीद जवानों के बच्चों की पढ़ाई देश के सभी आर्मी स्कूलों में निशुल्क होनी चाहिए। सरकार द्वारा चलाएं जा रहे सभी सैनिक स्कूलों से लेकर नवोदय विद्यालयों में इन बच्चों को आरक्षण मिलना चाहिए, ताकि ये बच्चें अपने भविष्य को संवार सकें। साथ ही
उन्होंने केन्द्र सरकार से यह अपील की है कि शहीद जवान के परिवार के किसी भी सदस्य को नौकरी प्रदान करें ताकि इन परिवारों को जीवन जीने में ज्यादा कठिनाईयों का सामना न करना पड़े।