हल्द्वानी-क्लास के मॉनीटर अब कैबिनेट मंत्री बनकर पहुंचेंगे अपने स्कूल, पढिय़े आर्य जी के रोचक किस्से

हल्द्वानी-(जीवन राज)-आगामी 2 अक्टूबर को बरेली रोड स्थित महात्मा गांधी इंटर कॉलेज में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती समारोह का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम की तैयारी जोरों-शोरों पर है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य होंगे। इस स्कूल की स्थापना वर्ष 1952 में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गंगा सिंह बोरा द्वारा
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हल्द्वानी-क्लास के मॉनीटर अब कैबिनेट मंत्री बनकर पहुंचेंगे अपने स्कूल, पढिय़े आर्य जी के रोचक किस्से

हल्द्वानी-(जीवन राज)-आगामी 2 अक्टूबर को बरेली रोड स्थित महात्मा गांधी इंटर कॉलेज में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती समारोह का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम की तैयारी जोरों-शोरों पर है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य होंगे। इस स्कूल की स्थापना वर्ष 1952 में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गंगा सिंह बोरा द्वारा की गई थी। शुरूआत में यह स्कूल 8वीं तक हुआ करता था। धीरे-धीरे समय के साथ मांगे बढ़ी। आज यह स्कूल 12वीं तक है। जहां सैकड़ों बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है। यही से शिक्षा ग्रहण कर जिन लोगों ने बड़ा नाम कमाया उनमें एक नाम प्रदेश के कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य का भी हैं।

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अपनी कक्षा के मॉनीटर थे कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य

न्यूज टुडे नेटवर्क से खास बातचीत में कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने अपनी पुरानी यादें साझा करते हुए बताया कि उन्होंने महात्मा गांधी इंटर कॉलेज से शिक्षा ग्रहण की। उन्होंने अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए बताया कि कैसे हम स्कूल पहुंचते थे। किस तरह शिक्षक हमें आगे बढऩे की सलाह देते है। उन्हें इस स्कूल से बेहद प्रेम है। आज जब उन्हें स्कूल से मुख्य अतिथि के रूप में न्यौता आया तो जहन में कई पुरानी यादें ताजा हो आयी। वह अपनी कक्षा के मॉनीटर हुआ करते थे। यही चीज उन्हें आज अनुशासन से जोड़े रखती है। क्लास के मॉनीटर का पद उन्हेंं प्रदेश के कैबिनेट मंत्री तक ले गया।

शिक्षकों से मिली प्रेरणा-आर्य

कहते है कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं। यही बात हमारे शिक्षक हमें बार-बार कहते थे कि आप ही ने आगे देश को चलाओंगे। यहां पढ़े छात्र कल देश के बड़े-बड़े पदों पर बैठ सकते है। शिक्षकों की बातों से प्रेरित होकर मैं राजनीति तक पहुंच आया। उनकी कही बातें आज भी मेरे जहन में है। जनता के प्यार ने मुझे कैबिनेट मंत्री के पद पर पहुंचाया। एक किस्सा साझा करते हुए उन्होंने बताया कि कई बार पैदल स्कूल जाते-जाते थकान लग जाती थी। जिन लडक़ों के पास साईकिल होती थी तो कभी-कभी वह अपने पीछे कैरियर पर बैठाकर हमें स्कूल तक ले जाते थे। कई बार घर में खेती का काम कर स्कूल जाता था। स्कूल के दिनों का वह दौर जिंदगीभर में याद रहेगा।

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इस स्कूल के बच्चे बने प्रदेश के बड़े नेता

कैबिनेट मंत्री आर्य ने बताया कि पहले स्कूल को जाने वाला रास्ता बड़ा सकरा हुआ करता था। इस दौरान स्कूल जाने में बड़ा डर लगता था। वह पैदल ही अपने साथियों के संग स्कूल जाया करते थे। रूपराज उनके बचपन के दोस्त थे। आज चारों तरफ सडक़ें ही सडक़ें है। हिन्दी विषय उनकी पहली पसंद थी। उन्होंने अपने शिक्षक हरीश चन्द्र , जमुना दत्त, ओपी चौहान और नारायण दत्त भंडारी जी प्रिंसिपल को याद किया। क्षेत्र के विकास में महात्मा गांधी इंटर कॉलेज का एक बड़ा योगदान रहा है। कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के अलावा इस स्कूल से कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत, पूर्व शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह बिष्ट, लालकुआं विधायक नवीन चन्द्र दुम्का, पूर्व विधायक नारायण पाल, पूर्व सांसद महेन्द्र सिंह पाल और बहादुर सिंह जंगी जैसे बड़े नेताओं ने शुरूआती शिक्षा ग्रहण की।

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तीन कक्षाओं को मिलती है निशुल्क शिक्षा- बोरा 

स्कूल के प्रबंधक मोहन सिंह बोरा ने बताया कि वर्तमान में स्कूल में 12वीं तक के छात्र अध्ययनरत है। यहां गरीब छात्रों को प्रवेश दिया जाता है। स्कूल की खास बात यह है कि 6वीं, सातवीं और 8वीं की कक्षाएं निशुल्क पढ़ाई जाती है। इन कक्षाओं के बच्चों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। स्कूल को मौलिक सुविधाएं मिलनी चाहिए। उनका लक्ष्य स्कूल को विज्ञान और कॉमर्स की मान्यता दिलाना है। जिससे क्षेत्र के बच्चों को अच्छी शिक्षा ग्रहण करने का मौका मिल सकें। महात्मा गांधी इंटर कॉलेज अभी अद्र्धसरकारी विद्यालयों की लिस्ट में शामिल है।