हल्द्वानी-चंदन हत्याकांड की फाइल बंद, इसलिए पुलिस ने खड़े किये हाथ

हल्द्वानी-एक ओर शहर से लेकर गांव तक आये दिन अपराधों का ग्राफ बढ़ रहा है। वहीं दूसरी ओर पुलिस खुलासे के लिए हाथ पर हाथ धरे बैठी है। फिर हारकर फाइल ही बंद कर दे रही है। अभी तक नैनीताल पुलिस कई हत्याओं की गुत्थी नहीं सुलझा पायी है। जिसमें गोरापड़ाव का पूनम हत्याकांड, आरटीओ
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हल्द्वानी-चंदन हत्याकांड की फाइल बंद, इसलिए पुलिस ने खड़े किये हाथ

हल्द्वानी-एक ओर शहर से लेकर गांव तक आये दिन अपराधों का ग्राफ बढ़ रहा है। वहीं दूसरी ओर पुलिस खुलासे के लिए हाथ पर हाथ धरे बैठी है। फिर हारकर फाइल ही बंद कर दे रही है। अभी तक नैनीताल पुलिस कई हत्याओं की गुत्थी नहीं सुलझा पायी है। जिसमें गोरापड़ाव का पूनम हत्याकांड, आरटीओ रोड बुजुर्ग शाह हत्याकांड समेत कई हत्याकांड शामिल है। अब पुलिस से गौलापार के प्रतिष्ठित किसान चंदन बजवाल हत्याकांड का खुलासा नहीं हो पाया तो हार मानकर फाइल ही बंद कर दी।

इन बड़े हत्याकांडों की खुलासे की जनता को पुलिस से बड़ी उम्मीदें थी लेकिन पुलिस ने अपने हाथ खड़े कर दिये। ऐसे में सवाल उठते है आज के दौर में पुलिस से ज्यादा अपराधी चालाक है। सारे हथकंडे अपनाने के बाद भी पुलिस गौलापार चंदन हत्याकांड का खुलासा नहीं कर पायी। पिछले साल 24 फरवरी 2019 की रात पश्चिमी खेड़ा गौलापार निवासी 67 वर्षीय चंदन सिंह बजवाल की हत्या कर दी गयी थी। वह रात में खाना खाकर टहलने के लिए घर से निकले थे। देर रात परिजनों की तलाश में घर के नजदीक स्थित नलकूप के पास चंदन का शव मिला। पोस्टमार्टम में बुजुर्ग की गला घोंटकर की हत्या की पुष्टि हुई थी।

इसके बाद पुलिस हत्याकांड के खुलासे को लेकर इधर-उधर दौड़ती रही। लेकिन जैसे-जैसे समय बीता पुलिस की उम्मीदें भी टूटने लगी।धीरे-धीरे पुलिस की जांच किसान के परिवार, घर के आसपास रहने वाले वाले लोगों पर आकर रूक गई। कई संदिग्धों के मोबाइल भी फारेंसिक लैब भेजे लेकिन जांच से कुछ सुराग हाथ लगेगा। इसके बाद पुलिस ने न्यायालय से संदिग्धों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति मांगी। पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए सात लोगों को चिह्नित किया गया। न्यायालय से अनुमति मिलने पर पुलिस ने सीबीआइ दिल्ली से सातों लोगों का पालीग्राफ टेस्ट भी हो गया और इसकी रिपोर्ट ने पुलिस को मायूस कर दिया। जिसके बाद चंदन हत्याकांड की फाइल बंद हो गई। वही अभी तक पूनम हत्याकांड, शाह हत्याकांड जैसे बड़े मामले पुलिस सुलझा नहीं सकी, अब सवाल उठता है क्या पुलिस चंदन हत्याकांड की तरह इन दो बड़े हत्याकांडों की फाइलें भी बंद कर देगी ये तो आने वाला वक्त ही बतायेंगा।