हल्द्वानी-जब कारोबार में हो गया लाखों का घाटा तो इस धंधे में रखा कदम, ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे

हल्द्वानी-न्यूज टुडे नेटवर्क-हल्द्वानी स्मैक तस्कारों का गढ़ बनता जा रहा हैं। अभी तक कई स्मैक तस्करों को पुलिस ने पकडक़र सलाखों के पीछे भेज दिया है लेकिन इसके बावजूद हर दिन नये-नये मामले सामने आ रहे है। वही स्मैक ने सबसे ज्यादा युवाओं और किशोरों को अपनी गिरफ्त में लिया है। हल्द्वानी में कई किशोर
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हल्द्वानी-जब कारोबार में हो गया लाखों का घाटा तो इस धंधे में रखा कदम, ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे

हल्द्वानी-न्यूज टुडे नेटवर्क-हल्द्वानी स्मैक तस्कारों का गढ़ बनता जा रहा हैं। अभी तक कई स्मैक तस्करों को पुलिस ने पकडक़र सलाखों के पीछे भेज दिया है लेकिन इसके बावजूद हर दिन नये-नये मामले सामने आ रहे है। वही स्मैक ने सबसे ज्यादा युवाओं और किशोरों को अपनी गिरफ्त में लिया है। हल्द्वानी में कई किशोर और किशोरियां में नशे की गिरफ्त में है ऐसे कई मामले देखने को मिले है जहां नाबालिकों को स्मैक के साथ पकड़ा गया। आज फिर एक स्मैक तस्कर को पुलिस ने दबोच लिया। लेकिन इसकी कहानी सुनकर अच्छे-अच्छे दंग रहे गये। तस्कर ने यह रास्ता कारोबार में हुए घाटे से उबरने के लिए अपनाया लेकिन यह रास्ता उसे सलाखों के पीछे ले गया।

हल्द्वानी-जब कारोबार में हो गया लाखों का घाटा तो इस धंधे में रखा कदम, ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे

कारोबार में हुआ नौ लाख का घाटा

बनभूलपुरा पुलिस ने 30 ग्राम स्मेक, 30 टुकड़े फ़ाइल पेपर और 50 कागज के टुकड़ों के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया। पूछताछ में तस्कर ने पुलिस को बताया कि वह इससे पहले साडिय़ों का कारोबार करता था लेकिन उसे घाटा हो गया इससे उबरने के लिए उसने यह रास्ता अपनाया। पुलिस ने बताया कि किच्छा में रहने वाले दिलशाद अहमद के क्षेत्र में स्मैक तस्करी करने की सूचना मिली थी। सूचना के बाद देर रात दिलशाद को इंद्रानगर रेलवे फाटक के पास से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद जो कहानी सामने आयी उससे पुलिस को भौचक्की रह गई। दिलशाद ने बताया कि कुछ साल पहले तक वह साडिय़ों का कारोबार करता था। इस कारोबार में उसे नौ लाख का घाटा हो गया। लोग उसके चेक कोर्ट मे लगाकर मुकदमा लिखवाने लगे। लोगों का कर्ज निपटाने के लिए उसने फतेहगंज बरेली से सस्ते दामों में स्मेक लाकर बनभूलपुरा में महंगे दामों में नशेडिय़ों को बेचने का धंधा शुरू किया। उसके खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया।