हल्द्वानी-बोर्ड परीक्षा छोड़ देवभूमि की बेटी ने जीता गोल्ड, स्वीडन में लहराया तिरंगा

देवभूमि उत्तराखंड में बेटियों लगातार सीढिय़ां चढ़ती जा रही है। एक के बाद एक प्रतिभाएं सामने आ रही है। सौंदर्य से लेकर फिल्म जगत तक, खेल के मैदान से सेना की कमान तक आज बेटियों के हाथों में है। पिछले कुछ सालों से बेटियों से देवभूमि का नाम रोशन किया है। इसी क्रम में एक
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हल्द्वानी-बोर्ड परीक्षा छोड़ देवभूमि की बेटी ने जीता गोल्ड, स्वीडन में लहराया तिरंगा

देवभूमि उत्तराखंड में बेटियों लगातार सीढिय़ां चढ़ती जा रही है। एक के बाद एक प्रतिभाएं सामने आ रही है। सौंदर्य से लेकर फिल्म जगत तक, खेल के मैदान से सेना की कमान तक आज बेटियों के हाथों में है। पिछले कुछ सालों से बेटियों से देवभूमि का नाम रोशन किया है। इसी क्रम में एक और प्रतिभा जुड़ गई है। मूलरूप से पिथौरागढ़ जिले के कनालीछीना की निवेदिता कार्की ने बॉक्सिंग में गोल्ड जीतकर पूरे भारत का दिल जीत लिया। बेटी की जीत से परिवार में जश्र का माहौल है। बेटी ने इस जीत के लिए अपनी 10वीं की बोर्ड परीक्षा तक छोड़ दी।

हल्द्वानी-बोर्ड परीक्षा छोड़ देवभूमि की बेटी ने जीता गोल्ड, स्वीडन में लहराया तिरंगा

कनालीछीना विकासखंड के रणुवा गांव की मुक्केबाज निवेदिता कार्की ने बोरास (स्वीडन) में आयोजित गोल्डन गर्ल अंतरराष्ट्रीय जूनियर बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है। विगत दो फरवरी को हुए खिताबी मुकाबले में निवेदिता ने 48 किलो भारवर्ग में आयरलैंड की कैरलैग मारिया को 5-0 से पराजित किया। गोल्डन गर्ल निवेदिता कार्की ने मात्र 15 वर्ष 10 महीने की उम्र में अंतरराष्ट्रीय खिताब अपनी झोली में डाला है। निवेदिता की प्रारंभिक पढ़ाई द एशियन एकेडमी पिथौरागढ़ से हुई। खेल के जूनून ने उन्हें 10वीं के बोर्ड परीक्षा से दूर कर दिया।

आवासीय बालिका बॉक्सिंग क्रीड़ा छात्रावास पिथौरागढ़ की छात्रा रह चुकी निवेदिता ने प्रशिक्षक सुनीता मेहता से प्रशिक्षण प्राप्त की थी। छात्रावास में प्रशिक्षण के दौरान ही मार्च 2019 में निवेदिता का चयन खेलो इंडिया योजना के तहत नेशनल एकेडमी रोहतक के लिए हुआ निवेदिता इस वर्ष रोहतक से ही 10वीं की पढ़ाई कर रही हैं। वर्तमान में निवेदिता नेशनल एकेडमी रोहतक में भारतीय यूथ महिला बॉक्सिंग टीम के मुख्य प्रशिक्षक भाष्कर चंद्र भट्ट से प्रशिक्षण प्राप्त करती हैं। अभी उनका परिवार देहरादून में रहता है।