हल्द्वानी-बिष्ट उद्योग ने युवाओं के सपनों पर लगाये पंख, अब मात्र 15 हजार से ऐसे शुरू करें स्वरोजगार

हल्द्वानी-पहाड़ों से पलायन एक लंबे समय से चला रहा है। युवावर्ग लगातार शहरों की ओर पलायन कर रहा है। जिसका मुख्य कारण पहाड़ों में रोजगार का अभाव है। पहाड़ से पलायन को कैसे रोका जाय, इसके लिए सरकार हर साल कुछ न कुछ योजनाओं शुरू करती है लेकिन वह योजनायें पहाड़ पर नहीं चढ़ पाती।
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हल्द्वानी-बिष्ट उद्योग ने युवाओं के सपनों पर लगाये पंख, अब मात्र 15 हजार से ऐसे शुरू करें स्वरोजगार

हल्द्वानी-पहाड़ों से पलायन एक लंबे समय से चला रहा है। युवावर्ग लगातार शहरों की ओर पलायन कर रहा है। जिसका मुख्य कारण पहाड़ों में रोजगार का अभाव है। पहाड़ से पलायन को कैसे रोका जाय, इसके लिए सरकार हर साल कुछ न कुछ योजनाओं शुरू करती है लेकिन वह योजनायें पहाड़ पर नहीं चढ़ पाती। वहीं कई संस्थायें ऐसे भी जो पहाड़ के युवाओं को पहाड़ में स्वरोजगार के लिए प्रेरित करते है जिसमें वह काफी हद तक सफल भी हुए है। इसी दिशा में पिछले आठ साल से बिष्ट कैंडल एण्ड लाइट ट्रेडिंग कंपनी ( बिष्ट उद्योग  ) कार्य कर रही है। अभी तक सैकड़ों युवा स्वरोजगार से जुड़ चुके है। साथ ही बिष्ट उद्योग ने महिलाओं को भी इस क्षेत्र में आगे आने का मौका दिया। जिससे कई महिलायें अपना स्वरोजगार कर रही है। बिष्ट उद्योग आपको उचित दामों पर स्वरोजगार के लिए मशीनें पर उपलब्ध कराता है। जिससे लोगों को दूर शहरों में न जाने पड़े। मशीन के साथ-साथ कच्चा माल और मशीन चलाने की ट्रेनिंग भी देता है।

हल्द्वानी-बिष्ट उद्योग ने युवाओं के सपनों पर लगाये पंख, अब मात्र 15 हजार से ऐसे शुरू करें स्वरोजगार
संस्थान के प्रबंधक रमेश सिंह बिष्ट ने बताया कि कंपनी की सभी मशीनें प्रतिभावान इंजीनियरों द्वारा बेहतरीन डिजाइनों में तैयार की गई है। उनकी कंपनी सभी मशीनों के सेल्स एवं सर्विस को खुद ही ध्यान से रखती है, जिसके लिए कंपनी ने अलग-अलग कुशल इंजीनियरों की टीम बनाई है। जिससे किसी भी ग्राहक को सर्विस में समस्या न आये। उन्होंने बताया कि चानी माल का बहिष्कार और भारत के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना उनका लक्ष्य है। उनके यहां गोबर से लकड़ी बनाने वाली मशीन भी उपलब्ध है। इसका फायदा ये होगा कि लोग गाय पालेंगे। साथ ही उसका भी गोबर बेचेंगे। इसका फायदा प्रदूषण कम करने में होगा और आमदनी भी होगी।

हल्द्वानी-बिष्ट उद्योग ने युवाओं के सपनों पर लगाये पंख, अब मात्र 15 हजार से ऐसे शुरू करें स्वरोजगार

इसके अलावा उनके यहां रुई बत्ती मशीन, अगरबत्ती मशीन, धूपबत्ती मशीन, पेपर दोना प्लेट मशीन, पेपर बैग मशीन, नोटबुक मशीन, सर्फ मशीन, साबुन की मशीन, कील बनाने वाली मशीन, कपूर बनाने वाली मशीन, वूलन बनाने वाली मशीन एवं टीनसटर बनाने वाली मशीन उपलब्ध है। जिनकी कीमत मात्र15 हजार रुपये से शुरू हैं। लोग इन मशीनों से अपना स्वरोजगार शुरू कर सकते है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में आज सैकड़ों लोग उनकी कंपनी की सेवा ले रहे है। हालांकि वह पूरे देश में अपनी सेवा दे रहे लेकिन उनका ज्यादा फोकस पहाड़ पर है। जिससे पहाड़ का पलायन रूक सकें और युवा आत्मनिर्भर बन सकें। पेपर प्लास्टिक की जगह पेपर दोना प्लेट, कप, गिलास पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है। जिससे चाइनीज सामानों का बहिष्कार हो सकें लोग लोकल का सामान उपयोग में ला सकें।

अगर आप भी अपने गांव में रहकर इनमें से कोई भी स्वरोजगार शुरू करना चाहते है तो आप बिष्ट उद्योगसे ऑनलाइन ऑडर पर मशीन मंगवा सकते है। इसके अलावा यदि युवाओं को स्वरोजगार से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी लेनी हो तो वह उनकी वेबसाइट http://www.bishtudhyog.com/ पर जाकर संपर्क कर सकता है। या फिर अधिक जानकारी के के लिए 9639565309,7617643577, 8979536621, 9917995494  इन मोबाइल नंबरों पर संपर्क कर सकता है।