हल्द्वानी-बागेश्वर के कल्पेश ने 8 वर्ष की उम्र में जीता गोल्ड, अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज जसपाल राणा ले रहे प्रशिक्षण

हल्द्वानी-देवभूमि में एक के बाद एक प्रतिभाएं उभरकर सामने आ रहे है। आज हर क्षेत्र में देवभूमि से खिलाडिय़ों की लाइन लगी है। इसी कड़ी में एक और नाम जड़ गया है बागेश्वर के कल्पेश उपाध्याय का। जिन्होंने देहरादून में आयोजित 16वीं उत्तराखण्ड स्तरीय इंटर स्कूल निशानेबाजी प्रतियोगिता में बागेश्वर जिले के भतौड़ा ग्राम निवासी
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हल्द्वानी-बागेश्वर के कल्पेश ने 8 वर्ष की उम्र में जीता गोल्ड, अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज जसपाल राणा ले रहे प्रशिक्षण

हल्द्वानी-देवभूमि में एक के बाद एक प्रतिभाएं उभरकर सामने आ रहे है। आज हर क्षेत्र में देवभूमि से खिलाडिय़ों की लाइन लगी है। इसी कड़ी में एक और नाम जड़ गया है बागेश्वर के कल्पेश उपाध्याय का। जिन्होंने देहरादून में आयोजित 16वीं उत्तराखण्ड स्तरीय इंटर स्कूल निशानेबाजी प्रतियोगिता में बागेश्वर जिले के भतौड़ा ग्राम निवासी कल्पेश उपाध्याय 200 अंकों के खेल में से सर्वाधिक 198 अंक अर्जित कर गोल्ड मेडल अपने नाम कर किया। कल्पेश की सफलता से उसके माता-पिता गदगद है। गोल्ड मेडल जीतने पर बागेश्वर में जश्र का माहौल है।

हल्द्वानी-बागेश्वर के कल्पेश ने 8 वर्ष की उम्र में जीता गोल्ड, अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज जसपाल राणा ले रहे प्रशिक्षण

दून स्कूल का छात्र है कल्पेश

आठ वर्षीय कल्पेश उपाध्याय पूर्व दर्जा राज्य मंत्री भूपेश उपाध्याय के पुत्र हैं और देहरादून के प्रतिष्ठित दून इंटरनेशनल स्कूल में 4जी क्लास के विद्यार्थी हैं। यह निशानेबाजी प्रतियोगिता उत्तराखण्ड प्रदेश के विद्यालयों में पढऩे वाले विद्यार्थियों के बीच में थी। जिसमें सैकड़ों विद्यार्थियों के बीच इस प्रतियोगिता में कल्पेश उपाध्याय सबसे कम उम्र के प्रतियोगी के तौर पर शामिल हुए थे।

हल्द्वानी-बागेश्वर के कल्पेश ने 8 वर्ष की उम्र में जीता गोल्ड, अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज जसपाल राणा ले रहे प्रशिक्षण

कल्पेश उपाध्याय ने निशानेबाजी की शिक्षा अर्जुन अवार्ड विजेता अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज पदम जसपाल राणा से ले रहे हैं। कल्पेश उपाध्याय के अच्छे प्रदर्शन से निशानेबाजी खेल के जानकारों को उम्मीद है कि कल्पेश के रूप में प्रदेश को एक अच्छा निशानेबाज खिलाड़ी मिलेगा।