हल्द्वानी-आनंदा एकेडमी में धूमधाम से मना हरेला पर्व, विलुप्त संस्कृति को ऐसे बचाने में जुटा स्कूल

हल्द्वानी-आनंदा एकेडमी में हरेले का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। वह संस्कृति जो कही लुप्त होती नजर आ रही है। उस संस्कृति को लोगों तक पहुंचाने के लिए स्कूल में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस मौके पर स्कूल के प्रबंधक भूपेन्द्र सिंह बिष्ट और प्रधानाचार्य रूपाली बिष्ट ने हरेले के पर्व
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हल्द्वानी-आनंदा एकेडमी में धूमधाम से मना हरेला पर्व, विलुप्त संस्कृति को ऐसे बचाने में जुटा स्कूल

हल्द्वानी-आनंदा एकेडमी में हरेले का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। वह संस्कृति जो कही लुप्त होती नजर आ रही है। उस संस्कृति को लोगों तक पहुंचाने के लिए स्कूल में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस मौके पर स्कूल के प्रबंधक भूपेन्द्र सिंह बिष्ट और प्रधानाचार्य रूपाली बिष्ट ने हरेले के पर्व का महत्व, उसकी विशेषता और उसके मनाए जाने का कारण बच्चों को बताया।

हल्द्वानी-आनंदा एकेडमी में धूमधाम से मना हरेला पर्व, विलुप्त संस्कृति को ऐसे बचाने में जुटा स्कूल

रंगारंग कार्यक्रमों ने बांधा समा

इसी श्रृंखला में कई और रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए जिसमें कक्षा-7 और 8 की छात्राओं द्वारा कुमाऊंनी नृत्य प्रस्तुत किया तथा कक्षा 5 की सोनी, धानक, कक्षा-8 की सपन चुफाल, कक्षा-6 की कुमकुम ने अपनी मधुर आवाज में कुमाऊंनी गीत प्रस्तुत किए। इसके साथ-साथ अध्यापिकाओं द्वारा साल भरी त्यौहार ऐगो मैत जान दे गीत प्रस्तुत किया गया।

हल्द्वानी-आनंदा एकेडमी में धूमधाम से मना हरेला पर्व, विलुप्त संस्कृति को ऐसे बचाने में जुटा स्कूल

इस कार्यक्रम में सुनीता भाकुनी, चन्द्रकला बिष्ट, कमल तिवारी, विक्रम बिष्ट, राजेन्द्र थापा, दीपा पाण्डे, बीना काण्डपाल, रेनू शर्मा, रंजन मिश्रा आदि अध्यापक-अध्यापिकाए शामिल थी। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों को भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूक करना था। इस दिन को और खास बनाने के लिए विद्यालय परिसर में पौधारोपण किया गया।