हल्द्वानी-अमर लोकगायक स्व. कार्की को मिला युका 2019 सर्वश्रेष्ठ गायक का अवार्ड, पत्नी ने कही ये बड़ी बात

हल्द्वानी-न्यूज टुडे नेटवर्क-उत्तराखंड के अमर लोकगायक पप्पू कार्की ने उत्तराखंड ही नहीं विदेशों में भी अपने गीतों से धूम मचाई। वह हमेशा अपने गीतों के माध्यम से उत्तराखंड की संंस्कृति से जुड़े रहे। शनिवार को दिल्ली में हुए एक कार्यक्रम में उन्हें यंग उत्तराखंड सिने अवार्ड युका- 2019 में सर्वश्रेष्ठ गायक का अवार्ड मिला। यह
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हल्द्वानी-अमर लोकगायक स्व. कार्की को मिला युका 2019 सर्वश्रेष्ठ गायक का अवार्ड, पत्नी ने कही ये बड़ी बात

हल्द्वानी-न्यूज टुडे नेटवर्क-उत्तराखंड के अमर लोकगायक पप्पू कार्की ने उत्तराखंड ही नहीं विदेशों में भी अपने गीतों से धूम मचाई। वह हमेशा अपने गीतों के माध्यम से उत्तराखंड की संंस्कृति से जुड़े रहे। शनिवार को दिल्ली में हुए एक कार्यक्रम में उन्हें यंग उत्तराखंड सिने अवार्ड युका- 2019 में सर्वश्रेष्ठ गायक का अवार्ड मिला। यह अवार्ड सर्वश्रेष्ठ गायक, गायिका, गीतकार, संगीतकार, निदेशक समेत सात वर्गों में दिया जाना था। जिसके लिए 31 लोगों के नाम शामिल हैं। उनका गीत तेरी रंगलि पिछौड़ी कमू ने उन्हें ये अवार्ड दिलाया। यह अवार्ड उनकी पत्नी कविता कार्की और उनके पुत्र दक्ष कार्की को दिया गया।

हल्द्वानी-अमर लोकगायक स्व. कार्की को मिला युका 2019 सर्वश्रेष्ठ गायक का अवार्ड, पत्नी ने कही ये बड़ी बात

अवार्ड पाकर भावुक हुई पत्नी कविता

गौरतलब है कि स्व. पप्पू कार्की ने उत्तराखंडी गायकी में एक बड़ा नाम कमाया। उन्होंने पुरानी चीजों को नये तरीके के युवाओं के सामने रखा जिसे युवाओं ने खूब पसंद किया। आज भी शादी-विवाह व पार्टियों में पप्पू कार्की के गीतों का कब्जा है। सर्वश्रेष्ठ गायक का अवार्ड मिलने पर स्व. पप्पू कार्की की पत्नी कविता कार्की भावुक हो गई। उन्होंने कहा कि यह अवार्ड स्व. कार्की के चाहने वालों को समर्पित है। कार्की ने हमेशा उत्तराखंड की संस्कृति को आगे बढ़ाने का काम किया। गौरतलब है कि 9 जून को एक सडक़ हादसे में उत्तराखंड ने यह अमर लोकगायक खो दिया लेकिन उनकी गीतों की धमक हमेशा उत्तराखंड की संस्कृति जुड़े रहेंगे। इससे पहले भी स्व. कार्की को कई अवार्डो से नवाजा जा चुका है।

हल्द्वानी-अमर लोकगायक स्व. कार्की को मिला युका 2019 सर्वश्रेष्ठ गायक का अवार्ड, पत्नी ने कही ये बड़ी बात

सात वर्गो में मिले अवार्ड

यह अवार्ड सात वर्गों में शामिल था। जिन्हें ऑनलाइन वोटिंग के आधार पर दिया गया। सर्वश्रेष्ठ गायक का अवार्ड स्व. पप्पू कार्की, गायिका रूचि जंगपांगी, गीतकार केएस तोमर, संगीतकार चंदन, निर्देशक जगमोहन नेगी, छायाकार किशन महिपाल, रिक्रिएशन अमित सागर को दिया गया। कविता कार्की ने बताया कि उनका गु्रुप स्व. कार्की के सपनों को पूरा करने में जी-जान से लगा है। इसके लिए उन्होंने पीके फाउंडेशन का गठन किया है। जिसका मुख्य उद्देश्य स्व. कार्की के द्वारा गाये गये गीतों की वीडियो बनाना, पहाड़ के गरीब परिवार की प्रतिभाओं को मंच देना व जिन लेखक, गीतकार , गायकों को लोग भूल चुके है उन्हें प्रोत्साहित व सम्मान करना है। इस मौके पर पीके चैनल की ओर से कार्यक्रम में स्व. कार्की की पत्नी कविता कार्की, पुत्र दक्ष कार्की, छित्कू हिवांल प्रोडक्शन के निर्माता देबू पांगती व लोकगायक संदीप सोनू शामिल थे।