हल्द्वानी-1.60 करोड़ के पार हुआ थल की बजारा गीत,जानिये कैसे सामंत ने उत्तराखंड के संगीत को पहुंचाया नये मुकाम पर
हल्द्वानी-(जीवन राज)-उत्तराख्ंाड के सुपरस्टार लोकगायक बीके सामंत का गाना थल की बजारा 1.60 करोड़ से ऊपर पहुंच चुका है। यह उत्तराखंड का पहला ऐसा गीत है जो सबसे कम समय में सुपरहिट होने के साथ ही करोड़पति की लिस्ट में शामिल हुआ। पहली बार उत्तराखंड के संगीत को बीके सामंत ने अपनी कड़ी मेहनत से एक नये मुकाम पर पहुंचा दिया। जो आज तक कोई न कर सका वह काम चंपावत के सामंत ने मुंबई में रहकर कर दिखाया।
उनके गीतों से साफ होता है कि पहाड़ के प्रति उनका कितना लगाव है। मुबंई जैसे महानगर में रहने के बावजूद सामंत का प्यार अपनी जन्मभूमि उत्तराखंड के लिए कभी कम नहीं हुआ। उनके यो मेरो पहाड़ गीत को उत्तराखंड पयर्टक विभाग ने भी सोशल मीडिया पर शेयर कर तारीफ की। जल्द ही उनका एक नया गीत रिलीज होने वाला है जिसका दर्शकों को बखूबी इंतजार हैं।
बीके सामंत ने रचा इतिहास
सुपरस्टार लोकगायक बीके सामंत न्यूज टुडे नेटवर्क से खास बातचीत में बताया कि वह अपना काम कुछ हटकर करना चाहते थे। इसके लिए उन्हें बहुत संघर्ष करना पड़ा। जब उनका पहला गीत लांच हुआ तो मन में एक डर था कि लोग पसंद करेंगे या नहीं लेकिन पहले ही प्रयास में उनका गीत सुपरहिट हो गया। इसके बाद उनके एक के बाद एक सुपरहिट गीत लांच हुए। सबसे ज्यादा प्यार लोगों ने थल की बजारा को दिया जो आज उत्तराखंड के हर घर का सबसे खास गीत बन चुका है। थल की बजारा गीत लगातार शादी-विवाहों में कब्जा जमाये बैठा है। इस गीत को अभी तक यू-ट्यूब पर 16039703 करोड़ लोग सुन चुके हैं। जो एक उत्तराखंड में एक अनोखा रिकॉर्ड है।
चैनल श्रीकुवंर इंटरटेनमेंट ने पूरे किये 52381 सब्सक्राइबर
इसके अलावा बीके सामंत के सात जनम सात वचन गीत ने शादी की कैसेटों में अपना कब्जा जमाया। लोग इसे अपनी शादी की वीडियों डाल रहे है। इस गीत को 1402474 व्यूज मिल चुके हैं। इस गीत की शूटिंग चंपावत के कई क्षेत्रों में हुई है। जो एक बेहतरीन गाना है। इस गाने में पहाड़ की शादी को भी दिखाया गया है। साथ ही कुमाऊंनी पिछौड़ा पहली दुल्हन की विदाई रस्में देखने योग्य है। यह गीत युवाओं को खूब भाया है। इसके अलावा उनके यो मेरो पहाड़ गीत यू-ट्यूब पर ट्रेडिंग में भी रहा। इस गीत को बॉलीवुड के कई सितारों ने शेयर किया। इस गीत की खूबसूरती उसके शब्दों में साफ झलकती है। यू-ट्यूब पर इस गीत को 2144372 व्यूज मिल चुके है। ये सभी गीत उनके चैनल श्रीकुवंर इंटरटेनमेंट यू-ट्यूब चैनल पर उपलब्ध है। उनके चैनल श्रीकुवंर इंटरटेनमेंट 52381 सब्सक्राबर पूरे कर चुका हैं।
पहाड़ की संस्कृति के गुर सीख रहे बच्चे
मुंबई जैसे महानगर में रहने के बावजूद सामंत के परिवार में पहाड़ी बोली जाती है। सामंत ने बताया कि उनकी शादी महाराष्ट्र निवासी अमिता बी सामंत से हुई। उनकी दो बेटियों है। बड़ी बेटी का नाम युगमयी और छोटी बेटी का नाम जिनल है। उनकी बेटियां पहाड़ी भी बोलती है और उनके गानों को गाती भी है। वहीं उनकी पत्नी महाराष्ट्रीयन होने के बावजूद थोड़ा बहुत पहाड़ी भाषा समझ लेती है। सामंत ने बताया कि हमारा एक अनोखा घर है जिसमें चार भाषाएं बोली जाती है। हिन्दी, मराठी, कुमाऊंनी और अंग्रेजी। उनकी बड़ी बेटी अच्छी एंकर है जो स्कूल में जबरदस्त एंकरिंग करती है। वह भारतनाट्यम तो दूसरी जिम्नास्टिक सीख रही है। वह अपने बच्चों को उत्तराखंड की संस्कृति, वेशभूषा के लिए प्रेरित करते रहते है।