गोवा – जहां है देशी-विदेशी संस्कृति का बेजोड़ संगम, जानिए यहां के प्रमुख पर्यटन स्थल
गोवा के प्रमुख पर्यटन स्थल- सालों से गोवा, भारत में पश्चिमी तट का आकर्षण रहा है। सस्ती शराब से लेकर प्राचीन समुद्र किनारों तक, यहां की स्वच्छता ओर सर्वदेशीय ताज ने अनेक युवाओं और बुजुर्ग़ों को भी आकर्षित किया है। गोवा में एक उष्णकटिबंधीय जगह पर छुट्टियों जैसा मजा लिया जा सकता है जबकि भारत के किसी अन्य तटीय शहर में यह अहसास कर पाना बहुत मुश्किल है। मौजमस्ती, उल्लास और उमंग से भरे गोवा के समुद्री किनारे हर उम्र के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। यहां पहुंच कर ऐसा लगता है मानो दुनियाभर का सुकून यहीं है, बस यहीं है। आज हम आपको यहां गोवा के प्रमुख पर्यटन स्थल की जानकारी दे रहे हैं जहां सबसे ज्यादा पर्यटक जाते हैं।
कोल्वा बीच
अरब सागर में 2.4 किमी अंदर कोलवा बीच देख सकते हैं। सफेद और चमचमाती रेत से सजा ये बीच बहुत ही खूबसूरत लगता है, और इस पूरी तटरेखा पर हवा के झोंकों से झूलते हुए नारियल के पेड़ लगे हुए हैं। समुद्र तट के करीब आवास की सुविधा उपलब्ध है। आमतौर पर आप लुभावने सुंदर सनसैट के नजारों का मजा ले सकते हैं। इस बीच से आपको कभी न खत्म होने वाले अरब सागर का दृश्य दिखेगा जिसके आकाश में चमकते हुए कई रंग-बिरंगे पंछी झूमते हुए दिखेंगे। आकाश और पानी के संगम का ये अद्भुत स्थल है।
ओल्ड गोवा के शानदार चर्च
पणजी से पहले ओल्ड गोवा पुर्तगालियों की राजधानी थी। ओल्ड गोवा यूनेस्कों की विश्व विरासत की सूची में शामिल है। यहां कई शानदार चर्च और गिरिजाघर हैं। इनमें से अधिकतर 16वीं और 17वीं सदी में बने थे। इन इमारतों का बाहरी और अंदरुनी हिस्सा बेहतरीन तरीके से सजाया गया है। इनमें सबसे प्रचलित बासिलिका ऑफ बोम जीसस है। इसमें सेंट फ्रांसिस जेवियर के अवशेष हैं जो यहां 16वीं सदी में जीसस का धर्मप्रचारक बनकर आए थे। मार्बल की तीन परतों से बना गुंबद, चर्च का देखने लायक हिस्सा है। इसके अलावा सोने का पानी चढ़ी वेदियां और बारोक वास्तुकला भी पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती है।
अंजुना बीच
अंजुना बीच उत्तर गोवा में स्थित है यहां के ऊंचे-ऊंचेे नारियल के पेड़ आपको आकर्षित करते है बहुत ही सुन्दर नजारा होता है, अंजुना बीच का यहां भी आपको रेत और पत्थर देखने को मिलते लेकिन यहां जो पत्थर पड़े हैं वह भी देखते ही बनते हैं। गोवा सिटी के पर्यटन स्थल की बात हो रही हो तो अंजुना बीच का जिक्र होना लाजिमी ही है यहां आपको बीच के किनारे छोटी-छोटी दुकानें मिलेंगी जहां आप छुटपुट खरीदारी भी कर सकते है खा-पी भी सकते है यहां की दुकानों में समुद्री सामान जैसे सीप , शंख आदि मिलता है।
मंगेशी महादेव मन्दिर
गोवा का सुप्रसिद्ध मंगेशी मंदिर महादेव को समर्पित है कहा जाता है एक बार शिवजी ने माता पार्वती को डराने के लिए शेर का रूप लिया था यही है वो मंगेशी रूप , यहां ज्यादा चढ़ावा वाला सिस्टम नहीं है आप चाहे तो सिर्फ फूल लेकर भी मन्दिर में प्रवेश कर सकते हैं अपने चप्पल जूते उतारे एक जगह पर हाथ पैर धुलने के लिए पानी का नल है आप हाथ पैर धुल ले फिर जाइये करिए दर्शन भगवान् शिव के मंगेश रूप का अत्यंत भव्य मंदिर है मन्दिर के अन्दर की दीवारों पर बनी चित्रकला बेजोड़ है छतों पर नजर डाले तो बड़े बड़े झूमर इसकी भव्यता में चार चांद लगा देते हैं, गोवा सिटी के पर्यटन स्थल में मंगेशी मन्दिर भी प्रमुख स्थान रखता है।
फोंटियाज
यह भारत का एकमात्र लैटिन क्वार्टर है, पणजी के पड़ोस में बसे संकरी गलियों और टाइल से ढकी छतो वाले घरों के शांत वातावरण को पैदल देखने का अलग ही मजा है। अभी भी अच्छी हालत में बने इंडो-पुर्तगाल घरों को देखने के लिए आप इसके आसपास घूमें, यहां एक छोटा लेकिन सुंदर चर्च सेंट सेबेस्टियन भी है। पारंपारिक मिठाई और ब्रेड के लिए गोवा की सबसे पुरानी बेकरी कॉनफीटेरिया 31 डी जेनुरियो में जाना न भूलें। आप यहां स्थानीय विशेषज्ञ लुइस डियास का गाइडेड टूर भी ले सकते हैं जिनके टूर में स्थानीय किस्से और कहानियां शामिल होते हैं। इसके अलावा आप पंजिम इन से भी गाइडेड टूर की सेवा ले सकते हैं। ये 19वीं सदी की औपनिवेशिक काल की हवेली है जो अब एक हेरिटेज होटल में तब्दील हो चुकी है।
पालोलम बीच
दोनो ओर पथरीली पहाडय़िों से घिरा यह अर्ध चन्द्राकार में बना बीच, दक्षिण गोवा के सबसे खूबसूरत बीच में से एक है। पहली नजऱ में ही इसकी शानदार सुंदरता स्पष्ट रुप से दिखेगी, लेकिन इसका एक छिपा हुआ पहलु भी है, कम ज्वार के समय आप पैदल इसके उत्तरी किनारे पर बने एक छोटे आइलैंड पर जा सकते हैं या पास ही में बेहद शांत और कम भीड़ वाले बटरफ्लाई बीच का रुख कर सकते हैं। पालोलम के चारो ओर कई रेस्तरां और शेक्स (बांस और लकड़ी के बने अस्थायी होटल) हैं जहां आप स्वादिष्ट भोजन का मजा ले सकते हैं।
दूधसागर झरना
स्थानीय लोग कहते हैं कि बारिश के दौरान गोवा कभी भी सुंदर नहीं दिखता लेकिन गोवा के समुद्र तटो और पर्यटक स्थलों से दूर, राज्य के जंगल का अंदरुनी इलाका मॉनसून के दौरान जीवंत हो उठता है यहां का सबसे लोकप्रिय आकर्षण दूधसागर झरना है जो एनएच 4 ए पर पणजी से 60 किलोमीटर दूर स्थित है। झरने का नाम इसमें बहते पानी के सफेद झागदार दिखने के कारण पड़ा है। मॉनसून के दौरान झरना अपने चरम पर पहुंच जाता है 1,017 फीट की ऊंचाई से ज़मीन पर गिरता पानी कर्णभेदी आवाज निकालता है। भगवान महावीर सेंचुरी में स्थित इस झरने में अडवेंचर के शौकीन पर्यटक भी आते हैं जो झरने के साथ पहाडय़िों पर चढ़ते हैं।
फोर्ट अगोडा
यह नॉर्थ गोवा का प्रमुख आकर्षण है। गोवा के समुद्र तटों और नदियों के किनारे कई पुराने किलों के अवशेष मिलेंगे। लेकिन इन सबमें फोर्ट अगोडा सबसे लोकप्रिय है जो केंडोलिम बीच के पास ही स्थित है। इसका निर्माण 17 वीं सदी में पुर्तगालियों ने मराठा और डच सेना के आक्रमण से बचने के लिए किया था। समुद्र का खूबसूरत नजारा देखने के लिए किले के ऊपर तक चढऩा होगा, खास कर सूर्यास्त के समय। इस पहाड़ी के ऊपर एक 19वीं सदी में बना लाइट हाउस भी है जहां से समुद्र तट का ज्यादा अच्छा नज़ारा दिखता है।
गोवा जाने का सबसे अच्छा समय
गोवा में टूरिस्ट सीजन अक्टूबर से ही शुरू हो जाता है लेकिन गोवा जाने का सबसे अच्छा समय मध्य नवंबर से मध्य फरवरी माना जाता है। फरवरी के बाद से गोवा में तेज गर्मी पडऩे लगती है। हालांकि भारतीय पर्यटक यहां पूरे साल ही घूमने आते हैं।
गोवा कैसे पहुंचें – गोआ जाने के लिए सडक़, रेल और हवाई सेवाएं उपलब्ध हैं। गोवा का निकटतम हवाई अड्डा डबोलिन हवाई अड्डा है, जो गोवा से लगभग 29 किमी दूर है। गोवा के लिए दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू और चेन्नई से सीधी विमान सेवा उपलब्ध है। गोवा ‘कोंकण रेलवे’ से जुड़ा है अत: ट्रेन से भी आप आसानी से गोवा पहुंच सकते हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा भी गोवा का सीधा संबंध मुंबई, बेंगलुरू, पुणे आदि शहरों से है।