गोरखपुर: अदालत से पति ने कहा- मेरी शिक्षक पत्नी की डिग्रियां फर्जी, जांच हो

न्यूज टुडे नेटवर्क। पति ने अपनी शिक्षक पत्नी की डिग्रियों की जांच कराने की मांग को अदालत में अर्जी दी है। आरोप है कि उसकी पत्नी की डिग्रियां फर्जी हैं। जिसके बाद अदालत ने मामले में पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। यह दिलचस्प मामला यूपी के गोरखपुर जिले का है। यहां
 | 
गोरखपुर: अदालत से पति ने कहा- मेरी शिक्षक पत्नी की डिग्रियां फर्जी, जांच हो

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। पति ने अपनी शिक्षक पत्‍नी की डिग्रियों की जांच कराने की मांग को अदालत में अर्जी दी है। आरोप है कि उसकी पत्‍नी की डिग्रियां फर्जी हैं। जिसके बाद अदालत ने मामले में पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। यह दिलचस्‍प मामला यूपी के गोरखपुर जिले का है। यहां एक पति ने अपनी ही पत्‍नी के खिलाफ एक ही सत्र में डिग्रियां हासिल करने की शिकायत अदालत में की है। अदालत ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच के आदेश दिए हैं। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रीति माला चतुर्वेदी ने कैंट थाना प्रभारी को आदेश दिया कि इस मामले में सरिता द्विवेदी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जाए। पता लगाया जाए कि क्‍या वास्‍तव में शिक्षिका ने धोखाधड़ी कर एक ही सत्र में दो डिग्रियां हासिल की हैं।

न्यायालय के समक्ष शाहपुर थाना क्षेत्र के रामजानकी नगर बशारतपुर निवासी वादी अनुराग द्विवेदी की ओर से संजय पति त्रिपाठी एडवोकेट ने न्यायालय में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 156(3) के तहत प्रार्थना पत्र दाखिल किया था। उनका कहना था कि वादी ने 20 अप्रैल 2017 को परीक्षा नियंत्रक दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से जन सूचना अधिकार के तहत सूचना मांगी तो उसे पता चला कि उसकी पत्नी ने वर्ष 2001 में विवि से बीएड की परीक्षा उत्तीर्ण की है।

चूंकि सरिता वादी की पत्नी है इसलिए उसे यह भी जानकारी है कि सरिता ने वर्ष 2001 में बीटीसी की भी परीक्षा डायट गोरखपुर से उत्तीर्ण की है। आरोप है कि उसने बीएड को छिपाकर बीटीसी के आधार पर गोरखपुर में अध्यापिका के पद पर नौकरी कर रही है।