गाजियाबाद हादसा: मृतकों के परिजनों ने कहा मुआवजा नाकाफी, शवों को रखकर प्रदर्शन, हाईवे जाम

न्यूज टुडे नेटवर्क। गाजियाबाद में रविवार को गलियारा गिरने के दर्दनाक हादसे के बाद अब पीडि़त परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा है। हादसे के जिम्मेदारों पर कार्रवाई और मुआवजे को लेकर पीडि़तों के परिजनों ने हाईवे पर दो जगहों पर शवों को रखकर प्रदर्शन किया और हाईवे जाम कर दिया। हादसे के पीडि़त परिजनों के
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गाजियाबाद हादसा: मृतकों के परिजनों ने कहा मुआवजा नाकाफी, शवों को रखकर प्रदर्शन, हाईवे जाम

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। गाजियाबाद में रविवार को गलियारा गिरने के दर्दनाक हादसे के बाद अब पीडि़त परिजनों का गुस्‍सा फूट पड़ा है। हादसे के जिम्‍मेदारों पर कार्रवाई और मुआवजे को लेकर पीडि़तों के परिजनों ने हाईवे पर दो जगहों पर शवों को रखकर प्रदर्शन किया और हाईवे जाम कर दिया। हादसे के पीडि़त परिजनों के हाईवे जाम करने की सूचना पर प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। आनन फानन में उच्‍चाधिकारी मौके पर पहुंच गए।

हादसे के बाद शासन की ओर से हादसे के पीडितों को दस दस लाख रूपए का मुआवजा व एक को सरकारी नौकरी देने का भरोसा दिलाया गया था। शासन के इस निर्णय पर पीडि़तों मृतकों के परिजन भड़क गए। मुआवजे और राहत को कम बताते हुए परिजनों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। हाइवे पर ही एक स्‍थान पर चार और दूसरे स्‍थान पर तीन शवों को लेकर दो जगहों पर प्रदर्शन शुरू हो गया। मौके पर पहुंचे उच्‍चधिकारियों ने समझाया लेकिन परिजन नहीं माने।

प्रदर्शनकारी हादसे के दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। गौरतलब है कि हादसे में अब तक 25 लोगों की मौत हो गई है। अभी भी घायलों का इलाज जारी है। मुरादनगर के उखलारसी गांव की संगम विहार कॉलोनी में हर दूसरे घर में मातम है। यहां एक परिवार ने पिता-पुत्र व भतीजे को एक साथ खो दिया। परिवार में अब कोई भी कमाने वाला नहीं बचा है। हादसे के बाद शासन ने 2 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया था।

लेकिन परिजनों ने इसे नाकाफी बताते हुए 15 लाख रुपए सहायता राशि की मांग की। यह भी कहा कि पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए। मुरादनगर के एसडीएम ने पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपए और एक सरकारी नौकरी देने का लिखित आश्वासन दिया है। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद जाम खुलवा दिया है। फिलहाल दिल्ली-मेरठ हाइवे पर यातायात सामान्य है।