हल्द्वानी- पैरामेडिकल कोर्स के नाम पर इस इंस्टीट्यूट में चल रहा था ये गड़बड़झाला, ऐसे हुआ ठगो का खुलासा

हल्द्वानी- न्यूज टुडे नेटवर्क: पैरामेडिकल कोर्स के नाम पर छात्रों से लाखो की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। नगर के दमुवादूंगा क्षेत्र में पिछले 3 साल से एजुकेशन इंस्टीट्यूट चलाने वाला छात्रों के लाखों रुपये लेकर फरार हो गया। छात्रों का आरोप है कि इंस्टीट्यूट संचालक ने छात्रों से पैरामेडिकल कोर्स के नाम
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हल्द्वानी- पैरामेडिकल कोर्स के नाम पर इस इंस्टीट्यूट में चल रहा था ये गड़बड़झाला, ऐसे हुआ ठगो का खुलासा

हल्द्वानी- न्यूज टुडे नेटवर्क: पैरामेडिकल कोर्स के नाम पर छात्रों से लाखो की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। नगर के दमुवादूंगा क्षेत्र में पिछले 3 साल से एजुकेशन इंस्टीट्यूट चलाने वाला छात्रों के लाखों रुपये लेकर फरार हो गया। छात्रों का आरोप है कि इंस्टीट्यूट संचालक ने छात्रों से पैरामेडिकल कोर्स के नाम पर मोटी रकम वसूली और उसके बाद परीक्षाएं न कराकर उन्हें सर्टिफिकेट से वंचित रखा। छात्रों ने मामले की शिकायत मुखानी थाने में की है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।

हल्द्वानी- पैरामेडिकल कोर्स के नाम पर इस इंस्टीट्यूट में चल रहा था ये गड़बड़झाला, ऐसे हुआ ठगो का खुलासा

छात्रों ने लगाया आरोप

छात्रों का आरोप है कि उन्होंने दमुवादूंगा स्थित युवर ड्रीम लर्निंग एजुकेशन नामक इंस्टीट्यूट में पैरामेडिकल कोर्स में अपना दाखिला कराया था। यह एजुकेशनल इंस्टीट्यूट हिमालय विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त बताया गया था। उन्होंने एक कोर्स के लिए एक लाख से अधिक की फीस जमा की है। इंस्टीट्यूट संचालक ने पिछले एक साल से कोई परीक्षा नहीं कराई। जब भी उससे परीक्षा कराने की बात कहते थे, वह अगले महीने परीक्षा कराने की बात कहते हुए टाल जाता था। पिछले कई महीनों से इंस्टीट्यूट बंद है। इंस्टीट्यूट संचालकों के नंबर भी बंद जा रहे हैं। उनके घर पर संपर्क करने पर वहां से धमकियां मिल रही हैं। छात्रों ने थाने में तहरीर देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। एसओ नंदन रावत ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

पहले भी दर्ज कराई थी शिकायत

बता दें पैरामेडिकल कोर्स के नाम पर ड्रीम लर्निंग एजुकेशन नामक इंस्टीट्यूट के संचालक द्वारा छात्रों से ठगी के मामले में ठगी का शिकार हुए कुछ छात्रों ने पहले भी काठगोदाम थाना पुलिस को फर्जीवाड़े की जानकारी दी थी। मामले में पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्यवाहीं नहीं की गई। वही कुछ दिन पूछताछ के बाद पुलिस ने मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया। लेकिन अब एक बार फिर से मुखानी थाने में मामला दर्ज कराया गया है।